2010-05-27 17:55:14

इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रतिभागियों के लिए संत पापा का संदेश


संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की सामान्य सभा के प्रतिभागियों को गुरूवार को सम्बोधित किया और आगामी 10 वर्षों के मिशन के लिए शिक्षा को प्राथमिकता प्रदान करने संबंधी इताली धर्माध्यक्षों के निर्णय की सराहना की। इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल आंजेलो बानयासको और धर्माध्यक्षों को संत पापा ने धन्यवाद दिया और कहा कि वे उनकी सहायता पर हमेशा भरोसा कर सकते हैं।

संत पापा ने विगत रविवार को मनाये गये पेतेकोस्त पर्व के सुसमाचार पाठ का संदर्भ देते कहा कि पवित्र आत्मा कलीसिया को इस दुनिया और मानव इतिहास में मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। धर्माध्यक्ष शिक्षा के मिशन को प्राथमिकता प्रदान कर रहे हैं इसलिए वे युवाओं के सामने ख्रीस्तीय अनुभवों के सत्य, सौंदर्य और भलाई को जीने का प्रस्ताव रखें। इस तथ्य को स्वीकार करते हुए कि जीवन में अनेक कठिनाईयाँ आती हैं संत पापा ने कहा कि वे युवाओं और समुदायों में शिक्षा पाने की तृष्णा जगायें जो न केवल तकनीकियों को सीखना हो लेकिन जीवन के यथार्थ मूल्यों को धारण करना है। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रदान करना कदापि आसान नहीं रहा है लेकिन हमें इस काम को नहीं छोड़ना चाहिए। व्यक्ति के सम्पूर्ण प्रशिक्षण में विश्वास का हस्तांतरण अपरिहार्य़ अंग है इसलिए परिवार, पल्ली और स्कूल महत्वपूर्ण स्थल हैं जहाँ सही मूल्यों को स्थापित किया जा सकता है।

संत पापा ने इताली धर्माध्यक्षों को प्रोत्साहन दिया कि विश्व के सामने प्रस्तुत सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और आर्थिक संकट के बावजूद वे युवाओं को सुसमाचारी मूल्यों के आधार पर जीवन जीने के लिए उत्साह दें। संत पापा ने नेताओं और मालिकों से रोजगार संबंधी संकटों को दूर करने के लिए यथासंभव उपाय करने का आग्रह किया। कलीसिया सामान्य हित की चिंता करती है इस पर बल देते हुए संत पापा ने कहा कि हाल के पुर्तगाल दौरे के समय उन्होंने हर प्रकार की चिंता और जरूरतों को फातिमा की माँ मरियम के चरणों में अर्पित किया है।








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