संत पापा 2 से 4 जून तक साइप्रस की यात्रा करेंगे। वाटिकन ने उनकी प्रेरितिक यात्रा को
देखते हुए साइप्रस में काथलिक आबादी और कलीसियाई उपस्थिति के बारे में आंकड़े जारी किये
हैं तथा मध्य पूर्व के धर्माध्यक्षों की सिनड के लिए वर्किंग डाक्यूमेंट अर्थात धर्मसभा
की तैयारी के लिए मदद करनेवाले दस्तावेज जारी करने की संत पापा की ऐतिहासिक यात्रा पर
बल दिया है।
भूमध्यसागरीय द्वीप साइप्रस में 8 लाख लोग निवास करते हैं। यहाँ
13 पल्ली, दो धर्माध्यक्ष तथा 30 धर्मसमाजी और धर्मप्रांतीय पुरोहित हैं। देश की आबादी
का मात्र 3 प्रतिशत काथलिक धर्मानुयायी हैं तथापि वाटिकन ने बुधवार को दिये रिपोर्ट में
कहा कि साइप्रस में काथलिक कलीसिया की सार्थक उपस्थिति है। कलीसिया दो अस्पतालों, तीन
चिकित्सा क्लिनिकों और 6 अनाथालयों का संचालन कर रही है तथा युवाओं के शिक्षण में सार्थक
भूमिका अदा कर रही है।
साइप्रस की यात्रा के समय संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें रोम
में अकटूबर माह में सम्पन्न होनेवाली मध्यपूर्व के धर्माध्यक्षों की सिनड की तैयारी के
लिए वर्किंग डाक्यूमेंट धर्माध्यक्षों को सौंपेंगे। साइप्रस को मध्य पूर्व में शांति
के प्रसार हेतु ईसाई प्रयासों के प्रमुख बिन्दु के रूप में देखा जाता है जहाँ ईसाईयों
और मुसलमानों के मध्य तनावपूर्ण संबंध हैं और ईसाईयों को प्रताडना तथा अत्याचार का शिकार
होना पड़ता है।