2010-05-14 16:36:18

येसु के पुनरूत्थान के साक्षी बनें


(पोरतो, पुर्तगाल)- संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने पोरतो के अवेनिदा दोस अलियादोस पियात्सा में 14 मई को सार्वजनिक समारोही ख्रीस्तयाग की अध्यक्षता की जिसमें लगभग दो लाख विश्वासी शामिल हुए। उन्होंने अपने प्रवचन में प्रेरित चरित से लिये गये प्रसंग जिसमें येसु के स्वर्गारोहण के बाद प्रेरितों की मंडली में मथियस के शामिल किये जाने का वर्णन है इसपर चिंतन प्रस्तुत करते हुए विश्वासियों को प्रोत्साहन दिया और कहा कि आपको मेरे साथ येसु के पुनरूत्थान का साक्षी बनने की जरूरत है। यदि आप अपने दैनिक जीवन में उनके साक्षी नहीं बनेंगे तो आपके स्थान में कौन ऐसा करेगा।


संत पापा ने कहा कि ईसाई, कलीसिया में और कलीसिया के साथ ईसा के मिशनरी हैं जो संसार में भेजे गये हैं। ईश्वर से पाना और संसार को पुर्नजीवित ख्रीस्त को अर्पित करना ही उनका अपरिहार्य मिशन है ताकि कमजोरी और मृत्यु की हर परिस्थिति पवित्र आत्मा के द्वारा जीवन और विकास के अवसर में पूरी तरह बदल जाये। इस लक्ष्य को पाने के लिए हर ख्रीस्तयाग समारोह में हम ख्रीस्त के वचन को ध्यानपूर्वक सुनते हैं तथा उनकी उपस्थिति को भक्तिपूर्वक रोटी में ग्रहण करते हैं। यह हमें संसार में पुर्नजीवित ख्रीस्त का, उनके द्वारा क्रूस और पुनरूत्थान के माध्यम से अर्जित पूर्ण जीवन का संदेशवाहक और साक्षी बनाता है।


संत पापा ने कहा कि आरम्भ से ही ईसाईयों ने येसु के सुसमाचार को उनलोगों को सुनाने के महत्व को स्पष्ट रूप से समझा जिन्होंने येसु के बारे में नहीं सुना है। हाल के वर्षों में मानवजाति के समाजशास्त्रीय, सांस्कृतिक, सामाजिक और धार्मिक फ्रेमवर्क में परिवर्तन आया है, कलीसिया को नये प्रकार की चुनौतियों का सामना करना है। यह सदइच्छावाले लोगों के साथ मिलकर शांतिपूर्ण सहअस्तित्व का प्रसार करने के लिए विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के साथ संवाद करने के लिए तैयार है। मानवजाति की सेवा करने के लिए हमारा आह्वान किया जाता है, केवल येसु में भरोसा करते हुए हम स्वयं को उनके वचन से आलोकित होने दें।
 







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