2010-05-11 12:49:43

लिसबनः सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की पुर्तगाल यात्रा का उद्देश्य आशा का संचार करना


विश्वव्यापी काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें पुर्तगाल में अपनी चार दिवसीय प्रेरितिक यात्रा आरम्भ कर चुके हैं। मंगलवार प्रातः सन्त पापा ने रोम से पुर्तगाल की राजधानी लिसबन के लिये प्रस्थान किया। पुर्तगाल में सन्त पापा लिसबन के अतिरिक्त मरियम दर्शन के लिये विख्यात फातिमा नगर तथा पोर्तो शहर में विभिन्न समारोहों की अध्यक्षता कर अपना सन्देश प्रदान करेंगे।

लिसबन के सहयोगी धर्माध्यक्ष कारलोज़ अज़ेवेदो ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि सन्त पापा यूरोप में व्याप्त आर्थिक संकट से वाकिफ़ हैं तथा इस सन्दर्भ में वे यूरोप के लोगों से अर्ज़ करेंगे कि वे अपने ख्रीस्तीय मूल्यों को बरकरार रख विश्वास में सुख की खोज करें। उन्होंने कहा कि सन्त पापा आर्थिक संकट से उबरने के लिये ईश्वर में विश्वास एवं आशा पर बल देंगे। पत्रकार सम्मेलन में धर्माध्यक्ष अज़ेवेदो ने कहा कि अर्थ व्यवस्था एवं राजनीति को मार्गदर्शन देनेवाले नैतिक मूल्य यह दर्शाते हैं कि आर्थिक संकट से अधिक आज यूरोप के लोग आध्यात्मिक संकट जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूरोप को जागने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बेनेडिक्ट 16 वें ने अपने विश्व पत्रों एवं विभिन्न प्रवचनों में इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया है यदि मनुष्य नैतिक एवं आध्यात्मिक मूल्यों से दिशा निर्देशन प्राप्त करेगा तो वह नवीन भविष्य के लिये नये मार्गों की खोज कर सकेगा।

मंगलवार को सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें राजधानी लिसबन में लगभग 80,000 श्रद्धालुओं के लिये ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे, बुधवार को वे फातिमा नगर में मरियम तीर्थ पर श्रद्धा अर्पित करेंगे। अनुमान है कि फातिमा में आयोजित ख्रीस्तयाग समारोह में पाँच लाख श्रद्धालु उपस्थित होंगे। शुक्रवार को पोर्तो शहर का दौरा कर सन्त पापा पुनः रोम लौट जायेंगे।

पुर्तगाल की कुल आबादी एक करोड़ छः लाख दस हज़ार है जिनमें 88 प्रतिशत काथलिक धर्मानुयायी हैं।











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