2010-05-05 11:56:24

वाटिकन सिटीः ईराकी विद्यार्थियों पर आक्रमण की सन्त पापा ने निन्दा की


ईराक में हाल में हुई हिंसक घटनाओं की निन्दा कर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने शांति निर्माण का आह्वान किया है।

सन्त पापा की ओर से, मंगलवार को, वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने ने मोसुल के सिरियाई काथलिक महाधर्माध्यक्ष जॉर्ज कासमूसा के नाम एक तार सन्देश प्रेषित कर कहा, "मोसुल में दो बम विस्फोटों द्वारा प्राणों की क्षति एवं घायल हुए लोगों के समाचार ने सन्त पापा को गहन दुःख पहुँचाया है।"

मई दो को काराकोश गाँव से ख्रीस्तीय विद्यार्थियों को मोसुल विश्वविद्यालय ले जानेवाली तीन बसें मार्गों में आरोपित बम हमलों का शिकार बन गई जिसमें कम से कम चार व्यक्तियों की मृत्यु हो गई तथा 170 से अधिक विद्यार्थी घायल हो गये।

सन्त पापा की ओर से प्रेषित तार सन्देश में सदभावना रखनेवाले समस्त स्त्री पुरुषों का आह्वान किया गया है कि वे शांति के मार्ग पर आगे बढ़ते रहें तथा हिंसा एवं प्रतिशोध के प्रलोभन में न पड़े जिसने ईराक को बहुत अधिक पीड़ा प्रदान की है। सन्त पापा ने ईराक के ख्रीस्तीय समुदाय के प्रति गहन संवेदना व्यक्त की तथा प्रार्थना में उनके समीप रहने का आश्वासन दिया।

इस बीच मोसुल के महाधर्माध्यक्ष जॉर्ज कासमूसा ने ईराक के ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों की सुरक्षा के लिये संयुक्त राष्ट्र संघ के हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा, "हम यह मांग रखने के लिये कृतसंकल्प हैं। यदि ईराक के नागर एवं सैन्य अधिकारी हमारी सुरक्षा में असमर्थ हैं तो अन्तरराष्ट्रीय संस्थाओं के प्रति अभिमुख होना अनिवार्य है।" महाधर्माध्यक्ष ने बताया कि आये दिन ख्रीस्तीयों पर आक्रमण होते रहते हैं जिससे ख्रीस्तीय आतंकित हैं तथा असुरक्षा की स्थिति से ऊब चुके हैं।








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