वाटिकन सिटीः मध्यपूर्व के लिये धर्माध्यक्षीय धर्मसभा ख्रीस्तीयों के बीच एकता को प्रोत्साहित
करने पर केन्द्रित
मध्यपूर्व के लिये धर्माध्यक्षीय धर्मसभा का लक्ष्य ख्रीस्तीयों के बीच एकता को प्रोत्साहित
करना और साथ ही मध्यपूर्व में शांति एवं सअस्तित्व की स्थापना हेतु ख्रीस्तीय, इस्लाम
एवं यहूदी धर्मानुयायियों के बीच सम्वाद द्वारा मेलमिलाप को प्रोत्साहन देना है।
वाटिकन
में विगत दिनों उक्त धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की तैयारी हेतु तीसरी बैठक समाप्त हुई जिसकी
रिपोर्ट सोमवार को वाटिकन द्वारा प्रकाशित की गई।
मध्यपूर्व के लिये धर्माध्यक्षीय
धर्मसभा आगामी अक्तूबर माह की दस से 24 तारीख तक वाटिकन में आयोजित की गई है।
सोमवार
को जारी वकतव्य के अनुसार उक्त धर्मसभा मध्यपूर्व की धार्मिक एवं सामाजिक स्थिति के परीक्षण
का सुअवसर सिद्ध होगी ताकि ख्रीस्तीयों को मुसलमान बहुल क्षेत्रों में ख्रीस्त के साक्षी
बनने हेतु स्पष्ट दृष्टि मिल सके।
मध्यपूर्व के विभिन्न क्षेत्रों में व्याप्त
संघर्ष, ख्रीस्तीयों के निष्कासन, असुरक्षा तथा अस्थायित्व के सन्दर्भ में कहा गया कि
कठिन परिस्थितियों के बावजूद कलीसिया इस्लाम एवं यहूदी धर्मानुयायियों के साथ शांति एवं
सम्मानजनक सहयोग की आशा करती है।
वकतव्य में इस बात की भी घोषणा की गई कि जून
माह में अपनी साईप्रस यात्रा के समय सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें उक्त धर्मसभा के लिये
तैयार कार्यसूची को मध्यपूर्व के धर्माध्यक्षों के सिपुर्द करेंगे।