स्वर्ग की रानी आनन्द मना प्रार्थना के पाठ से पूर्व दिया गया सन्त पापा बेनेडिक्ट 16
वें का सन्देश
श्रोताओ, संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने रविवार 2 मई को इटली के तुरिन शहर की एक दिवसीय
यात्रा की। उन्होंने संत चार्ल्स स्कवायर में उपस्थित विश्वासियों के लिए समारोही ख्रीस्तयाग
की अध्यक्षता की तथा समारोह के अंत में विश्वासियों और तीर्थयात्रियों के साथ स्वर्ग
की रानी आनन्द मना प्रार्थना का पाठ किया। इससे पूर्व संत पापा ने विश्वासियों को सम्बोधित
करते हुए कहा-
हम इस भव्य समारोह के समापन पर पवित्रतम कुँवारी मरियम को प्रार्थना
अर्पित करते हैं जिनकी तूरिन में सांत्वना देनेवाली धन्य कुँवारी की उपाधि से मुख्य संरक्षिका
के रूप में वन्दना की जाती है। ओ मरियम, परिवारों तथा मजदूरों पर अपनी दृष्टि रखें, उनलोगों
पर अपनी दृष्टि फेरें जिन्होंने विश्वास और आशा खो दिया है। आप बीमारों को आराम दें,
कैदियों और सब पीड़ातों को सांत्वना दें। मरियम ख्रीस्तीयों की सहायता, युवाओं, बुजुर्गों
तथा कठिनाई में पड़े लोगों को धारण करें। कलीसिया की माँ, इसके मेषपालों तथा सम्पूर्ण
विश्वासी समुदाय पर अपनी दृष्टि रखें ताकि वे संसार के मध्य नमक और ज्योति बनें।
कुँवारी
मरिया वह हैं जिन्होंने येसु के मानवीय चेहरे में ईश्वर की उपस्थिति पर सबसे अधिक मनन
चिंतन किया। उन्होंने उसे एक नवजात शिशु के रूप में कपड़ों में लिपटा देखा जब वे चरनी
में रखे गये। उन्होंने उस समय देखा जब मृत्यु के बाद उन्हें क्रूस पर से उतारा गया, कपड़ों
में लपेटा गया और कब्र में रखा गया। उनके अंदर अपने शहीद पुत्र की छवि अंकित हो गयी थी
लेकिन यह छवि पुनरूत्थान के प्रकाश में बदल गयी। इसलिए मरियम के दिल में ख्रीस्त के चेहरे
के रहस्य को रखा गया, उन्होंने मृत्यु और महिमा के रहस्य को धारण किया। उनसे हम हमेशा
सीख सकते हैं कि कैसे येसु पर प्यार और विश्वास से पूर्ण दृष्टि रखें, मानव चेहरे में
ईश्वर के मुखमंडल को पहचान सकें। मैं कृतज्ञता सहित पवित्रतम मरियम के चरणों में उन सबको
अर्पित करता हूँ जिन्होंने मेरी यात्रा को संभव बनाने तथा येसु के कफन के प्रदर्शन हेतु
काम किया है। मैं उन सबके लिए प्रार्थना करता हूँ तथा मेरी कामना है कि ये घटनाएँ गहन
आध्यात्मिक नवीनीकरण लायें।
इतना कहने के बाद संत पापा ने मरियम स्वर्ग की रानी
आनन्द मना प्रार्थना का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।