केरल के त्रिसूर पूरम महोत्सव के लिये मंदिर पहुँचे महाधर्माध्यक्ष अंद्रेयस
थिरुवान्थापुरम,24 अप्रैल, 2010 शनिवार (उकान) त्रिचुर के महाधर्माध्यक्ष अंद्रेयस थज़ाथ
और कई अन्य चर्च नेताओं ने हिंदुओं के वार्षिक मंदिर महोत्सव में हिस्सा लिया। महाधर्माध्यक्ष
अंद्रेयस ने मंदिर में प्रवेश कर प्रार्थनायें की। उकान समाचार ने बताया कि त्रिचुर
की यह परंपरा रही है कि मंदिर महोत्सव के एक दिन पूर्व बर्षों से महाधर्माध्यक्ष मंदिर
जाकर प्रार्थनायें करते हैं। उकान समाचार ने बताया कि केरल में मनाये जाने वाले यह
त्योहार ‘त्रिसूर पूरम’ के नाम से विख्यात है। इस दिन सजाये गये हाथियों के साथ शोभा-यात्रा
निकाली जाती है। समाचार के अनुसार मंदिर के अधिकारियों ने महाधर्माध्यक्ष और चर्च
के अन्य नेताओं का सहर्ष स्वागत किया। महोत्सव के बनी समिति के सेक्रेटरी मधुवन कुट्टी
ने बताया कि यह त्योहार सबों का त्योहार है। मुसलिम इस त्योहार के लिये महोत्सव स्थल
को सजाते हैं तो ईसाई आतिशबाजी का खुलकर आनन्द लेते हैं। महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि
केरल का यह सबसे बड़ा महोत्सव है जिसमें हर व्यक्ति धर्म जाति और उँच-नीच का भेद-भाव
किये महोत्सव के कार्यक्रम में सहभागी होते हैं। विदित हो कि मंदिर महोत्सव के मनाने
की परंपरा दो सदियों पूर्व से चली आ रही है। बताया जाता है इस त्योहार को मनाने की शुरुआत
सक्तहान थम्पुरन नामक स्थानीय राजा ने की थी।