वाटिकन सिटीः माल्टा की यात्रा सम्पन्न कर बेनेडिक्ट 16 वें पुनः रोम लौटे
सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें, माल्टा की दो
दिवसीय प्रेरितिक यात्रा सफलतापूर्वक सम्पन्न कर, रविवार को, स्थानीय समयानुसार रात्रि
साढ़े दस बजे पुनः रोम लौट आये हैं। माल्टा में कलीसिया के महान प्रेरित सन्त पौल के
पोतभंग की 1950 वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में इस यात्रा का आयोजन किया गया था। सन् 60
ई. में येरूसालेम से रोम की यात्रा के दौरान यहीं पोत भंग के कारण सन्त पौल ने तीन माहों
तक पड़ाव किया था इसीलिये उन्हें माल्टा के प्रेरित एवं प्रचारक माना गया है। सन्त पापा
की माल्टा यात्रा का प्रमुख उद्देश्य काथलिक बहुल देश माल्टा के काथलिक धर्मानुयायियों
को, वर्तमान जगत की चुनौतियों के बावजूद, विश्वास में सुदृढ़ करना था।
ग़ौरतलब
है कि माल्टा की कुल आबादी 4,43.000 है जिनमें 94 वे प्रतिशत काथलिक धर्मानुयायी हैं।
माल्टा के काथलिक धर्माध्यक्षों एवं माल्टा के राष्ट्रपति जॉर्ज आबेला के निमंत्रण
पर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने देश की दो दिवसीय यात्रा की। सन्त पापा बेनेडिक्ट 16
वें की यह पहली माल्टा यात्रा थी जबकि इससे पूर्व सन् 1990 में तथा सन् 2001 में स्व.
सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने माल्टा की प्रेरितिक यात्राएँ की थीं।
माल्टा
में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने वालेत्ता में राष्ट्रपति जॉर्ज आबेला के साथ औपचारिक
मुलाकात की, राबात में उन्होंने सन्त पौल की गुफा के दर्शन कर श्रद्धा अर्पित की, फ्लोरियाना
के ग्रनाय चौक में रविवारीय ख्रीस्तयाग अर्पित किया जिसमें लगभग दस हज़ार विश्वासियों
ने भाग लिया।