स्वर्ग की रानी आनन्द मना प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा द्वारा दिया गया संदेश
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने रविवार 18 अप्रैल को माल्टा के फ्लोरियाना स्थित ग्रानाय
चौक में रविवारीय ख्रीस्तयाग अर्पित करने के बाद स्वर्ग की रानी आनन्द मना प्रार्थना
का पाठ किया। इस प्रार्थना से पूर्व उन्होंने भक्त समुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा-
अतिप्रिय भाईयो और बहनो,
जब आप धन्यवाद देते, विशेष मनोरथ के लिए प्रार्थना
करते हैं या दिव्य संरक्षण की कामना करते हैं तो आप अपनी रीति के अनुसार धन्य कुँवारी
माता मरियम कलीसिया और हमारी माँ की शरण में आते हैं।
ईश माता के प्रति माल्टा
के निवासियों की विशिष्ट भक्ति, अवर लेडी औफ ता पिनु के प्रति प्रदर्शित श्रद्धा के प्रति
मैं जागरूक हूँ। मुझे खुशी है कि उनकी प्रतिमा के सामने मुझे प्रार्थना करने का अवसर
मिला है तथा इस विशेष अवसर के लिए इसे गोजो से यहाँ लाया गया है।
ईश्वर की माता
के प्रति पुत्रवत श्रद्धा के चिह्व स्वरूप मैं उन्हें स्वर्ण गुलाब अर्पित करता हूँ तथा
आपसे आग्रह करता हूँ कि परिवार की रानी, शीर्षक से उनसे प्रार्थना करें जिसे मेरे पूर्वाधिकारी
संत पापा जोन पौल द्वितीय ने लोरेटो की स्तुति प्रार्थना में जोड़ा था। उन्होंने इन द्वीपों
की एक से अधिक बार यात्रा की थी।
मेरी अपनी यात्रा के इस दृश्यमान स्मृति को
अर्पित करते हुए मैं आप सबको धन्यवाद देना चाहता हूँ जो मैंने आपसे पाया है। संत पेत्रुस
के उत्तराधिकारी रूप में मेरी प्रेरिताई के लिए आपकी प्रार्थना और समर्थन तथा स्नेह के
लिए धन्यवाद।
पुनर्जीवित ख्रीस्त में आनन्द मनाते हुए जिसे मरियम ने अपने गर्भ
में धारण किया अब हम मरियम, कलीसिया की माता तथा स्वर्ग की रानी की ओर मुखातिब हो कर
प्रार्थना करते हैं।
इतना कहने के बाद संत पापा ने स्वर्ग की रानी आनन्द मना प्रार्थना
का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।