पापा का माल्टा में बेसब्री और कृतज्ञता भाव से इन्तज़ार
माल्टा, शनिवार 17 अप्रैल, 2010 (ज़ेनित) माल्टा के महाधर्माध्यक्ष पौल क्रेमोना ने कहा
कि माल्टा के लोग संत पापा का बड़े ही बेसब्री और कृतज्ञता के भाव से इन्तज़ार कर रहे
हैं।
विदित हो कि संत पापा, संत पौल के पोत भंग होने के 1950वीं वर्षगाँठ मनाने
के लिये 17 और 18 अप्रैल को माल्टा की दो दिवसीय प्रेरितक यात्रा पर हैं।
महाधर्माध्यक्ष
क्रेमोना ने इस बात की जानकारी दी है कि इटली के दक्षिण में भूमध्य़ सागर पर अवस्थित करीब
4 लाख 14 हज़ार मालटिस नागिरक संत पापा के स्वागत के लिय पूर्ण रूप से तैयार है।
उनकी
आध्यात्मिक तैयारी के लिये संत पापा की किताब ‘जीज़स ऑफ नाज़रेत’ की अंग्रेजी और मालटिस
में अनुवादित प्रतियाँ बाँटी गयीं हैं।
महाधर्माध्यक्ष ने बताया कि संत पापा
के प्रेरितिक दौरे से माल्टा की कलीसिया का विश्वास सुदृढ़ होगा और लोगों में एक नयी
आशा का संचार होगा और वे ईश्वर में पूर्ण आस्था के साथ जीवन व्यतीत कर पायेंगे।
उन्होंने
बताया कि प्रेरित संत पौल करीब दो हज़ार वर्ष पहले माल्टा नहीं जाना चाहते थे पर एक दैवी
तूफान के कारण उनका पानी जहाज दुर्घटनाग्रस्त हुआ और वे माल्टा पहुँचे थे।
महाधर्माध्यक्ष
ने कहा कि प्रेरित संत पौल का माल्टा पहुँच पाना ईश्वरीय योजना थी। आज माल्टा के लोगों
का दायित्व है कि वे संत पौल के संदेश को जानें, जो उनके पत्रों में संकलित है और संत
पौल के समान ही पूर्ण समर्पण की भावना से ख्रीस्तीय जीवन जीने का प्रयास करें।
विदित
हो कि माल्टा की कुल आबादी के 94 फीसदी लोग काथलिक हैं। माल्टा में 365 गिरजाघर हैं।
माल्टा की राजधानी वालेत्ता है, जहाँ की आबादी करीब 20 हजार है।
महाधर्माध्यतक्ष
क्रेमोना ने बताया कि 52 प्रतिशत काथलिक प्रत्येक रविवार को मिस्सा-पूजा में सक्रिय सहभागी
होते हैं।
उन्होंने इसकी भी जानकारी दी कि माल्टा और वाटिकन के संबंध सदा से
ही सौहार्दपूर्ण रहे हैं और माल्टा के लोगों में पोप के प्रति विशेष सम्मान है।