ब्राजील के उत्तरी क्षेत्रों से आये धर्माध्यक्षों के लिए संत पापा का संदेश
(जेनिथ वी आर) संत पापा बेनेदिक्ट 16 वें ने पंचवर्षीय पारम्परिक मुलाकात सम्पन्न कर
चुके ब्राजील के उत्तरी क्षेत्रों से आये धर्माध्यक्षों के दूसरे समूह को गुरूवार को
सम्बोधित करते हुए कहा कि मसीही जीवन का केन्द्र और स्रोत यूखरिस्त है। यह कलीसिया के
सुसमाचार मिशन का ह्दय और शिखर है। उन्होंने कहा कि विश्वासी मसीही जो पूजनधर्मविधि समारोहों
में सहभागी होता है उसकी प्राथमिक और जरूरी प्रवृति कुछ करना नहीं लेकिन सुनना स्वयं
को खोलना तथा ग्रहण करना है। ग्रहण करने का अर्थ उदासीन या निष्क्रिय रहना नहीं लेकिन
यूखरिस्त समारोह में सहभागी होना और सहयोग करना है। संत पापा ने कहा कि यूखरिस्तीय रहस्य
महान वरदान है। कलीसिया ख्रीस्त के रहस्य को पवित्र यूखरिस्त में मनाती तथा आराधना करती
है क्योंकि ख्रीस्त ने स्वयं को क्रूस के बलिदान में इसे दिया। कलीसिया इसी उपस्थिति
से जीवन जीती है तथा इस उपस्थिति को संसार में फैलाना चाहती है। संत पापा ने जोर दिया
कि येसु यूखरिस्त हैं। उन्हीं से ब्राजील के सब भाई बहनों के लिए ताकत मिलती है कि वे
अपने आपको एक दूसरे के भाई बहन के रूप में पहचानें तथा ख्रीस्त की कलीसिया के सदस्य के
रूप में एक दूसरे की सहायता करें।