वाटिकन सिटीः वाटिकन ने मेडजूगोर पर पहली बैठक की रिपोर्ट प्रकाशित की
वाटिकन ने मंगलवार को प्रकाशित किया कि बोसनिया एर्जेगोविना के मेडजूगोर में मरियम दर्शन
की प्रामाणिकता की जाँचपड़ताल के लिये गठित अन्तरराष्ट्रीय अध्ययन आयोग की पहली बैठक
26 मार्च को सम्पन्न हुई।
वाटिकन प्रेस ने 17 मार्च को उक्त आयोग की स्थापना
की घोषणा की थी तथा बताया था कि इटली के कार्डिनल कामिल्लो रूईनी आयोग की अध्यक्षता
करेंगे। मंगलवार के वकतव्य में कार्डिनल कामिल्लो रूईनी की अध्यक्षता में गठित आयोग
के अन्य सदस्यों के नाम भी प्रकाशित किये गये। इनमें चार कार्डिनल एवं एक महाधर्माध्यक्ष
के अतिरिक्त ईश शास्त्र एवं धर्मतत्व विज्ञान के क्षेत्र में दक्ष आठ वरिष्ठ पुरोहित
तथा एक धर्मबहन सम्मिलित हैं।
ग़ौरतलब है कि इस वर्ष पहली जनवरी को मेडजूगोर
की तीर्थयात्रा के उपरान्त वियेना के कार्डिनल क्रिस्टोफ शॉर्नबोर्न ने, इस आयोग की स्थापना
का, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें से आग्रह किया था।
विगत 19 वर्षों से मेडजूगोर
तीर्थयात्रियों एवं जिज्ञासु व्यक्तियों के आकर्षण के साथ साथ विवाद का भी केन्द्र रहा
है। सन् 1981 के जून 24 को छः बच्चों ने मेडजूगोर में, बाहों में शिशु को लिये, एक सुन्दर
युवती को देखकर उनमें मरियम को पहचाना था। दर्शन पानेवालों का कहना है कि उस दिन के बाद
से उन्होंने मरियम को कई बार देखा तथा यदा कदा उनसे बातें भी की हैं। मोस्तार धर्मप्रान्त
के धर्माधिकारियों के संशय के बावजूद सम्पूर्ण यूरोप से लाखों की तादाद में तीर्थयात्री
मेडजूगोर पर श्रद्धा अर्पित करने पहुँचते रहे हैं।
मंगलावर को प्रकाशित वाटिकन
के वकतव्य में इस बात की पुनरावृत्ति की गई कि आयोग का कार्य पूर्ण गोपनीयता के साथ सम्पन्न
किया जायेगा तथा इसके निष्कर्ष वाटिकन स्थित विश्वास एवं धर्मसिद्धान्त परिषद को अध्ययन
के लिये सौंपे जायेंगे।