वाटिकन सिटीः चीन के भूकम्प पीड़ितों के लिये सन्त पापा ने एकात्मता की अपील की
चीन में बुधवार तड़के आये भूकम्प से पीड़ित लोगों के प्रति सहानुभूति का प्रदर्शन करते
हुए सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने पीड़ितों के लिये एकात्मता की अपील की। चीन के
किंघाई प्रांत में बुधवार तड़के आए भूकंप में कम से कम 400 लोगों की मृत्यु हो गई है,
लगभग 10,000 घायल हो गये हैं तथा सैंकड़ों अभी भी मलबे के नीचे दबे हैं। तिब्बत
की सीमा से सटे किंघाई प्रान्त में आये भूकंप की तीव्रता रिख्टर स्केल पर 7.1 मापी गई।
भूकंप का केंद्र गोलमुड शहर से 380 किलोमीटर दूर स्थित याशू काऊँटी बताया जा रहा है।
वाटिकन में बुधवारीय आम दर्शन समारोह के दौरान उपस्थित तीर्थयात्रियों को सम्बोधित
करते हुए सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने चीन के भूकम्प पीड़ितों को याद किया। उन्होंने
कहा कि इस प्राकृतिक प्रकोप से प्रभावित सभी लोगों के प्रति वे अपना आध्यात्मिक सामीप्य
व्यक्त करते तथा प्रभु ईश्वर से आर्त याचना करते हैं कि वे पीड़ितों को साहस एवं सान्तवना
प्रदान करें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि संकट की इस घड़ी में एकात्मता की कमी नहीं होगी
तथा भूकम्प पीड़ितों को हर सम्भव सहायता प्रदान की जायेगी। भूकम्प प्रभावित क्षेत्रों
में कई घर ध्वस्त हो गए हैं, कई मकानों को भारी क्षति पहुँची है तथा कई इलाकों में जल
एवं बिजली बाधित हो गई है। भूकम्प के बाद भी दो और झटके लगे जिनकी तीव्रता 5.3 और 5.2
मापी गई। ख़बरों के अनुसार भूकम्प के आने के क्षण अधिकांश लोग सोये हुए थे इसलिये वे
स्वतः को बचा नहीं पाये। स्थानीय मीडिया के अनुसार राहत और बचाव कार्य के लिए सेना
को भेजा गया है किन्तु भूकम्प प्रभावित क्षेत्र पहाड़ी इलाक़ा है तथा जगह जगह भूकम्प
का मलबा पडा रहने के कारण भी लोगों तक पहुँचना मुश्किल प्रतीत हो रहा है। ग़ौरतलब
है कि मई सन् 2008 में तिब्बत के सीमावर्ती क्षेत्र किंघाई में भूकम्प के कारण अस्सी
हज़ार लोगों ने अपने प्राण खोये थे।