पवित्र कफ़न येसु के चेहरे को पहचानने में मदद करे - संत पापा
कास्तेल गंदोल्फो, सोमवार 12 अप्रैल, 2010 ( ज़ेनित) ईसाइयों के महाधर्मगुरु संत पापा
बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा है कि इटली के ट्यूरिन में रखा गया येसु के पवित्र कफ़न के
प्रति भक्तों की अपार श्रद्धा ईश्वर को पाने में मददगार सिद्ध होगी।
संत पापा
ने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्होंने रविवार को कास्तेल गंदोल्फो स्थित अपने ग्रीष्मकालीन
प्रासाद में दोपहर की ‘रेजिना चेली’ अर्थात ‘स्वर्गीय रानी’ प्रार्थना सभा में एकत्रित
लोगों को संबोधित किया।
विदित हो कि ट्यूरिन में में वर्षों से संरक्षित ‘श्राउड’
अर्थात् पवित्र कफ़न को 10 वर्षों की लम्बी अवधि के बाद शनिवार 10 अप्रैल से के बाद लोगों
के दर्शन के लिये उपलब्ध कराया कराया है। संत पापा स्वयं 2 मई को पवित्र कफ़न को
सम्मानित करने के लिये ट्यूरिन का दौरा करेंगे। संत पापा ने पावन कफ़न के दर्शन पर
हो रहे कार्यक्रमों पर अपनी संतुष्टि ज़ाहिर करते हुए कहा है कि इस आयोजन से तीर्थयात्रियों
की संख्या बड़ेगी और कई लोग पवित्र कफ़न के बारे में मनन-चिन्तन करेंगे। उन्होंने
कहा सबसे बड़ी बात तो यह है कि लोग इससे येसु की प्राणपीड़ा के रहस्य को समझ पायेंगे
तथा अपने जीवन में ईश्वर के वास्तविक चेहरे को पहचान पायेंगे। उन्होंने कहा कि जिस
तरह येसु के प्रेरितों से ईश्वर के वास्तविक रूप या चेहरे को पहचानने का प्रयास किया
था आज हमें भी चाहिये कि हम येसु के सही चेहरे की पहचान करें।