'आध्यात्मिक और नैतिक परिवर्तन' की आवश्यकता - संत पापा
वाटिकन सिटी, 5 अप्रैल, 2010 (बीबीसी) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा है कि अभी
मानवता एक 'बड़े संकट' से गुज़र रही है और इसका सामना करने के लिए एक 'आध्यात्मिक और
नैतिक परिवर्तन' की आवश्यकता है। उन्होंने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्होंने 4
अप्रैल रविवार को पास्का पर्व के लिये संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में उपस्थित
हज़ारों लोगों को अपना प्रभाषण दिया। उन्होंने कहा, "ईस्टर कोई चमत्कार नहीं करता।
पुनर्जीवन के बाद चर्च ने हमेशा देखा है कि इतिहास केवल आनंद और आशा से ही नहीं भरा रहता
बल्कि वहाँ कष्ट और क्लेष भी रहा है।" विदित हो कि रोमन कैथोलिक ईसाई ईस्टर दिन के
समय उस दिन की याद करते हैं जब ईसा मसीह सलीब पर चढ़ाए जाने के दो दिन बार पुनर्जीवित
हुए थे। गौरतलब है कि पोप ने सेंट पीटर्स स्क्वायर से दिए गए अपने ईस्टर के महत्वपूर्ण
संदेश में बच्चों के यौन शोषण के मामले पर कोई सीधी टिप्पणी नहीं की। ईस्टर संदेश
देते समय उन्होंने दुनिया भर में अपराध, संघर्ष और प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित हुए लोगों
के लिए प्रार्थना की।