ख्रीस्त के बारे में कहने से कहीं अधिक काम करना चाहिए
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने 24 अक्तूबर को मनाये जानेवाले 84 वें विश्व मिशन दिवस के
लिए जारी संदेश में कहा है कि ईसाईयों को ख्रीस्त के बारे में कहने से कहीं अधिक काम
करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग ख्रीस्त को देखना चाहते हैं और कलीसिया को उनकी जरूरत
को पूरा करने के लिए जवाब देना चाहिए। कलीसियाई समुदाय बनाने के मिशन की कुँजी शीर्षक
से जारी संदेश में संत पापा ने कहा है कि बहुजातीय समाज में जहाँ बढ़ता अकेलापन और उदासीनता
के चिंताजनक रूपों को महसूस किया जा रहा है ईसाईयों को यह जरूर सीखना चाहिए कि वे विश्व
बंधुत्व और आशा के चिह्न प्रदान करें। वे इतिहास को बदलनेवाले महान आदर्शों का विकास
करें तथा बिना भ्रम और अनावश्यक डर के इस संसार को सब लोगों के लिए घर बनाने हेतु समर्पित
रहें। संत पापा ने इस तथ्य की पुष्टि करते हुए कहा कि पिता ईश्वर हमें अपनी प्रिय संतान
बनने के लिए बुलाते हैं तथा हम स्वयं को उनके बंधु के रूप में पहचानें। वर्तमान समय में
लोग शायद सदैव सचेत रूप से विश्वासियों से येसु के बारे में कहने के लिए न कहें लेकिन
वे येसु को देखना चाहते हैं, मुक्तिदाता के चेहरे को नवीन पीढी के लिए विश्व के हर कोने
में देखना चाहते हैं। संत पापा ने कहा कि युवा यह देखें कि ईसाई ख्रीस्त के वचन का प्रसार
इशलिए करते हैं क्योंकि वे सत्य हैं। उन्में वे अपने जीवन की सच्चाई और अर्थ को पाते
हैं।