प्रभु येसु के जन्म के संदेश पर्व पर लेबनान में राष्ट्रीय अवकाश दिवस
कलीसिया ने माता मरिया को स्वर्गदूत द्वारा प्रभु जन्म का संदेश दिये जाने का पर्व 25
मार्च को मनाया। लेबनान में इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश दिवस मनाने के लिए मुसलमान शेख
मोहम्मद नोक्कारी ने बहुत सहायता की। लेबनान की सरकार ने निजी व्यवसायिक संस्थानों को
भी इस अवकाश दिवस में बंद रहने के लिए प्रोत्साहन दिया है। बेरूत स्थित संत जोसेफ यूनिवर्सिटी
में इंस्टीचयूट ओफ इस्लामिक क्रिशिचयन स्टडीज में अध्यापन करनेवाले शेख नोक्कारी लम्बे
समय तक मुसलमान-ईसाई वार्तालाप की गतिविधियों में जुड़े रहे हैं तथा इस विषय पर व्यापक
रूप से व्याख्यान देते रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे दिल में महसूस करते थे कि मरियम ही
एकता के सूत्र में बाँध सकती हैं। बेरूत के समीप जम्हाउर में कालेज ओफ अवर लेडी में स्वर्गदूत
संदेश दिये जाने के पर्व पर टूगेदर अराउन्ड अवर लेडी मेरी शीर्षक से मुसलमानो और ईसाईयों
के लिए आयोजित वार्षिक कार्यक्रम के आयोजकों में शेख नोक्कारी एक थे। पिछले साल इस कार्यक्रम
में 1000 लोग शामिल हुए। शेख नोक्कारी ने सीएनएस समाचार सेवा से कहा कि मरियम इस पृथ्वी
पर तथा अनन्तकाल तक सबसे श्रेष्ठ नारी हैं। वे सब महिलाओं में महान हैं। स्वर्गदूत द्वारा
संदेश दिये जाने का पर्व उस क्षण को रेखांकित करता है जब स्वर्गदूत गाब्रियल ने मरियम
को बताया कि वे येसु की माता बनेंगी। उन्होंने कहा कि यद्यपि येसु की प्रकृति के बारे
में इस्लाम धर्म का मत भिन्न है तथापि बाइबिल और पाक कुरान दोनों में कहा गया है कि येसु
कुँवारी मरिया से जन्मे थे।