वाटिकन सिटीः आर्थिक संकट एक सुअवसर, बेनेडिक्ट 16 वें
इटली के व्यावसायियों ने गुरुवार को वाटिकन में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें से मुलाकात
कर उनका सन्देश सुना जिसमें सन्त पापा ने कहा है कि वर्तमान आर्थिक संकट एक सुअवसर हो
सकता है।
सन्त पापा ने इस बात को स्वीकार किया कि विश्वव्यापी आर्थिक मन्दी ने
अनेक देशों के आर्थिक एवं उत्पादन सम्बन्धी निकायों पर प्रश्न उठायें हैं तथापि, उन्होंने
कहा कि विश्वास को नहीं खोया जाना चाहिये तथा इसे विकास निकायों के रचनात्मक परिवर्तन
और विश्व वित्तीय संगठन को नवीकृत करने का एक सुअवसर माना जाना चाहिये।
अपने
विश्व पत्र "कारितास इन वेरितातिस" के सन्दर्भ में सन्त पापा ने सभी आर्थिक एवं वित्तीय
निकायों में मानव व्यक्ति को प्रथम स्थान प्रदान किये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा
कि कि कलीसिया का विश्वास है कि मनुष्य के लिये, उसके परिवार के लिये एवं समाज के लिये
श्रम अच्छी चीज़ है क्योंकि यह उसकी स्वतंत्रता एवं उसकी ज़िम्मेदारी का स्रोत है।
सन्त
पापा ने इस बात को स्वीकार किया कि किसी व्यावसायिक प्रतिष्ठान का मालिक होना सरल नहीं
है तथापि, उन्होंने कहा कि यह प्रमाणित हो चुका है कि प्रत्येक श्रमिक एवं कर्मचारी पर
ध्यान देने से ही व्यावसाय सफल होता है।
उन्होंने कहा, "व्यावसाय तब सजीव एवं
सामाजिक समृद्धि उत्पन्न करता है जब व्यावसाय के मालिक एवं प्रबन्धक भविष्य के प्रति
अभिमुख रहकर अन्दाजी लाभ के बदले दूरगामी निवेश के लिये तैयार रहते हैं।"
सन्त
पापा ने इस बात पर बल दिया कि मानव अस्तित्व के किसी भी क्षेत्र में विकास के लिये पारलौकिक,
जीवन के आध्यात्मिक आयाम, ईश्वर में विश्वास, प्रेम, भ्रातृत्व, आतिथेय, न्याय तथा शांति
के प्रति उदारता का होना भी आवश्यक है।