वाटिकन सिटी, 17 मार्च, 2010 गुरुवार (ज़ेनित) बुरकिना फासो धर्माध्यक्षीय समिति के अध्यक्ष
कौपेला के महाधर्माध्यक्ष सेराफिन फ्रांकोइस रौम्बा ने कहा है कि सभी धर्मावलंबी नये
गिरजाघरों की निर्माण का स्वागत करते हैं क्योंकि इससे ईसाइयों के साथ अन्य लोगों को
भी लाभ होता है।
ज्ञात हो कि महाधर्माध्यक्ष सेराफिम और बुरकिना फासो के अन्य
धर्माध्यक्ष संत पापा से अपने परंपरागत पंचवर्षीय मुलाक़ात के सिलसिले में रोम आये हुए
हैं।
महाधर्माध्यक्ष बुरकीना फासो की अंतरकलीसियाई और अंतरधार्मिक संबंधों के
बारे में बोलते हुए कहा कि उनका संबंध अनेक बाधाओं के बावजूद सौहार्दपूर्ण है।
उन्होंने
बताया कि जब वे अपने क्षेत्र में प्रेरितिक दौरा करते हैं तो उनसे मिलने के लिये प्रोटेस्टंट
और मुसलिम भी आते हैं। उन्होंने बताया कि कई मुसलिम व्यवसायिओं ने पल्ली के निर्माण के
लिये आर्थिक मदद भी दिये हैं।
यह पूछे जाने पर कि मस्लिम चर्चों के निर्माण के
लिये क्यों मदद करते हैं तब उन्होंने कहा कि इसका उत्तर बिल्कुल आसान है। जब पल्लियों
का निर्माण होता है तो इससे मुस्लिमों को भी इसका लाभ मिलता है।
महाधर्माध्यक्ष
ने बताया कि अफ्रीका के कलीसिया की सबसे बड़ी समस्या शांति और मेल-मिलाप की ही है। उन्होंने
कहा कि कलीसिया को इस क्षेत्र में पूरे प्रायद्वीप की मदद करनी है ताकि मेल-मिलाप का
वातावरण बन सके।
कलीसिया की समस्या की चर्चा करते हुए महाधर्माध्यक्ष ने कहा
कि स्थानीय ख्रीस्तीय समुदाय के विश्वास को मजबूत किये जाने की आवश्यकता है ताकि वे एक
परिवार के रूप में विश्वास प्रेम और आशा में आगे बढ़ सकें। इसके साथ उन्होंने स्थानीय
संस्कृति को भी सुदृढ़ किये की आवश्यकता पर बल दिया।
धर्माध्यक्ष रौअम्बा ने
बताया कि उसके धर्मप्रांत कौपेला का तेजी से विकास हो रहा है। प्रत्येक वर्ष करीब पाँच
हज़ार नये बच्चों और करीब 4 हज़ार 800 वयस्कों को भी को बपतिस्मा संस्कार दिया जाता
है।
विदित हो हाल में प्रकाशित आँकड़े बताते हैं कि देश में 19 प्रतिशत काथलिक
4 प्रतिशत प्रोटेस्टंट, 60 प्रतिशत मुस्लिम औऱ करीब 15 प्रतिशत परंपरागत स्थानीय धर्मावलंबी
है।