मनीलाः मिनदनाओ में वार्ता और शांति के लिये निरगुट अभियान
फिलिपिन्स की राजधानी मनीला में मंगलवार को, नॉन अलाईन्ड मूवमेन्ट "नाम" नामक अन्तरराष्ट्रीय
संगठन के तत्वाधान में, अन्तरधार्मिक वार्ता, सहयोग, शांति एवं विकास पर तीन दिवसीय सम्मेलन
आरम्भ हुआ। इस संगठन से विश्व के 118 ऐसे देश जुड़े हैं जो विश्व की बड़ी शक्तियों से
संलग्न नहीं हैं।
उक्त सम्मेलन में भारत, ईरान एवं पाकिस्तान सहित अनेक निरगुट
देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
"नाम" में अनुसन्धान केन्द्र के अध्यक्ष
मागेद अब्दुल अज़ीज़ ने कहा, "वार्ता द्वारा लोगों एवं राष्ट्रों के बीच शांति की संस्कृति
के बीज आरोपित करना युद्ध एवं विनाशक हथियारों के प्रसार के उन्मूलन का सशक्त अस्त्र
है।"
उन्होंने कहा कि लोगों के बीच शांति एवं मैत्री की स्थापना के लिये धर्मान्धता,
असहिष्णुता एवं हिंसा के अभिशाप को खत्म करना नितान्त आवश्यक है।
"नाम" का गठन
सन् 1961 ई. में ततकालीन युगोस्लावियाई नेता टीटो की पहल पर, शीत युद्ध के दौरान निरगुट
देशों को एक साथ लाने के लिये किया गया था। स्थापना के समय 25 देश इसके सदस्य थे जबकि
इस समय इसमें एशिया, अफ्रीका तथा दक्षिणी अमरीका के 118 देश शामिल हैं।