वाटिकन सिटीः शांति प्रयासों के लिये सूडान के धर्माध्यक्षों की सराहना
सूडान से कलीसिया के परमाध्यक्ष के साथ अपनी पंचवर्षीय पारम्परिक मुलाकात के लिये रोम
आये काथलिक धर्माध्यक्षों ने शनिवार को सामूहिक रूप से सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें का
साक्षात्कार कर उनका सन्देश सुना।
दशकों से सूडान में जारी युद्ध के बावजूद धर्माध्यक्षों
द्वारा शांति प्रयासों की सन्त पापा ने सराहना की और कहा कि सूडान में शांति को स्थायी
बनाने के लिये अन्तरधार्मिक वार्ता बहुत ज़रूरी है जो, विशेष रूप से, मुसलमान धर्मानुयायों
के साथ, सम्मान एवं समझदारी का वातावरण तैयार कर सकती है।
उन्होंने कहा कि स्थायी
शांति की स्थापना के लिये नैतिक रूप के उचित राजनैतिक जीवन, जातीय भिन्नताओं को दूर करने
के लिये शिक्षा तथा सम्मान एवं समझदारी उत्पन्न करने हेतु अन्तर-धार्मिक वार्ता की नितान्त
आवश्यकता है।
इस तथ्य की ओर सन्त पापा ने धर्माध्यक्षों का ध्यान आकर्षित कराया
कि "शांति की जड़ें गहरी होने के लिये उन घटकों को दूर किया जाना अनिवार्य है जो संघर्ष
को उकसाते हैं, विशेष रूप से, भ्रष्टाचार, जातीय तनाव, उपेक्षाभाव तथा अहंकार।"
उन्होंने
कहा, "इस सन्दर्भ में हमारी पहलें तब निःसन्देह लाभकर होंगी जब वे अखण्डता, सार्वभौमिक
भ्रातृत्व तथा न्याय, ज़िम्मेदारी एवं उदारता के सदगुणों पर आधारित होगी। इसके अतिरिक्त,
शांति समझौते तब ही कारगर होंगे जब वे परिपक्व एवं सही नेतृत्व द्वारा प्रेरित एवं संचालित
होंगे।"
धर्माध्यक्षों को सन्त पापा ने परामर्श दिया कि वे देश के काथलिक धर्मानुयायियों
को उपयुक्त शिक्षा मुहैया करायें ताकि वे पारिवारिक, सामाजिक एवं राजनैतिक जीवन के सभी
आयामों में प्रभु येसु ख्रीस्त का साक्ष्य प्रदान कर सकें तथा देश के निर्माण में रचनात्मक
योदगदान दे सकें।