संत पापा ने पुरोहितों से ख्रीस्त के प्रति नबूवती निष्ठा का साक्ष्य देने का आग्रह किया
(वाटिकन सेदोक वी आर) पुरोहितों के परमधर्मपीठीय धर्मसंघ द्वारा ईश्वर के प्रति निष्ठा
पुरोहित की निष्ठा शीर्षक से रोम में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के लगभग
700 पुरोहितों और धर्माध्यक्षों को शुक्रवार को सम्बोधित करते हुए संत पापा बेनेडिक्ट
16 वें ने कहा कि धर्म के प्रति उदासीन होते आज के विश्व में सार्वजनिक जीवन और सामाजिक
अंतःकरण से ईश्वर को विस्मृत किया जा रहा है ऐसे समय में पुरोहित अपने जीवन में ख्रीस्त
के प्रति अपनी नबूवती निष्ठा और उनकी साक्षी देने को और अधिक गहराई से जीयें।
उन्होंने
कहा कि धर्म के प्रति उदासीनता के वर्तमान संदर्भ में बहुत बार प्रेरिताई के बुनियादी
तत्वों जैसे पवित्रता और संसार से विरक्त होने के कारण ही पुरोहित असंगत प्रतीत होते
हैं। ऐसे समय में पुरोहित के सामने केवल सामाजिक कार्य़कर्ता के रूप में प्रस्तुत किये
जाने का खतरा है। यह तथ्य येसु ख्रीस्त की पुरोहिताई से विश्वासघात करने के समान चुनौती
पैदा करती है।
संत पापा ने कहा कि आज ऐसे पुरोहितों की बहुत अधिक जरूरत है जो
ईश्वर को लोगों के लिए और लोगों को ईश्वर के लिए प्रस्तुत करें ताकि लोग यथार्थ रूप से
स्वतंत्रतापूर्वक जी सकें जो ईश्वर का होने से प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि पुरोहितों
द्वारा निष्ठा की नबूवती घोषणा करना बहुत जरूरी है जो पुरोहित को पुरोहिताई और मानवजाति
का कलीसिया के द्वारा ख्रीस्त के प्रति निष्ठा को येसु ख्रीस्त और उनकी कलीसिया के प्रति
पूर्ण निष्ठा में पौरोहितिक जीवन जीने में समर्थ बनाता है। पुरोहितों के ऐसे नबूवती जीवन
से ईश्वरीय राज्य को साकार करने तथा ईशप्रजा को विश्वास में बढ़ने में सहायता मिलेगी।