2010-03-11 16:31:11

संत पापा द्वारा युवाओं से चालीसाकाल में यथार्थ मनपरिवर्तन का आग्रह


(वाटिकन जेनिथ) संत पापा ने युवाओं से आग्रह किया है कि वे चालीसाकाल को यथार्थ मनपरिवर्तन के लिए एक अवसर के रूप में देखें। बुधवार को आमदर्शन समारोह के अंत में युवाओं, मरीजों तथा नवविवाहित दम्पतियों को पारम्परिक रूप से सम्बोधन करते समय संत पापा ने उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि प्रिय युवाओ चालीसाकालीन यात्रा जिसे हम कर रहे हैं यह यथार्थ मनपरिवर्तन का अवसर हो जो आपको ख्रीस्त में आपके विश्वास की प्रौढ़ता की ओर ले चले।

संत पापा ने बीमारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि देहधारी ईशपुत्र की पीड़ा में प्रेमपूर्वक शामिल होने के द्वारा आप उनके पुनरूत्थान के आनन्द और महिमा में सहभागी होने में समर्थ हो सकें। नवविवाहित दम्पतियों के लिए संत पापा ने कहा कि अपने रक्त की कीमत पर ख्रीस्त ने कलीसिया के साथ जो संबंध बनाया है इससे आप समर्थन पायें और अपने वैवाहिक समर्पण तथा सुसमाचार की सेवा के मिशन हेतु इसे आदर्श मानें।








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