नई दिल्लीः उड़ीसा, बहुराष्ट्रीय कम्पनी द्वारा भूमि चोरी पर कलीसिया का विरोध
उड़ीसा में कोरिया की बहुराष्ट्रीय कम्पनी पोस्को द्वारा भूमि चोरी के विरोध में भारतीय
काथलिक कलीसिया भी श्रमिकों के साथ शामिल हो गई है। उड़ीसा में, पास्को द्वारा घोषित
अरबों डॉलरों वाली योजना हज़ारों लोगों को बलात क्षेत्र से अन्यत्र जाने के लिये बाध्य
करेगी। राऊरकेला के काथलिक धर्माध्यक्ष मान्यवर जॉन बरवा ने एशिया समाचार से कहा,
"हम उन सब घटकों का विरोध करते हैं जो स्थानीय समुदायों के विरुद्ध हैं। कलीसिया उस योजना
को स्वीकार नहीं कर सकती जो हज़ारों लोगों को बलात उनके घर से बाहर कर देगी।" उड़ीसा
सरकार पोस्को कम्पनी को 1,600 हेक्टेयर कृषि भूमि बेचने के लिये तैयार हो गई है जहाँ
एक स्टील फैक्टरी बनाई जायेगी। कम्पनी ने 12 अरब अमरीकी डॉलर निवेश कर प्रति वर्ष एक
करोड़ बीस लाख टन स्टील उत्पादन की योजना बनाई है। इस योजना के तहत उड़ीसा के केओनजर,
सुन्दरगढ़ तथा जगतसिंहपुर ज़िलों के गाँव प्रभावित होंगे। योजना के विरोधी तीनों ज़िलों
में जगह जगह प्रवेश द्वारों पर पहरा दिये खड़े हैं। उनका कहना है कि वे अपने क्षेत्र
के जल, वन एवं भूमि संसाधनों की रक्षा करना चाहते हैं। काथलिक पुरोहित फादर निकोलस
बारला के अनुसार पोस्को योजना से सुन्दरगढ़ ज़िले के 42,493 परिवार बेघर हो जायेंगे जिनमें
से अधिकांश दलित एवं निर्धन लोग हैं। इसके अतिरिक्त इससे पर्यावरण को भारी क्षति पहुँचेगी
क्योंकि 2,700 एकड़ ज़मीन पर विस्तृत वनों की कटाई कर दी जायेगी।