2010-03-09 12:02:08

जिनिवाः मन्दी समाप्त करने के लिये मानवाधिकारों के सम्मान का प्रस्ताव


जिनिवा स्थित संयुक्त राष्ट्र संघीय कार्यालय में वाटिकन के प्रतिनिधि के अनुसार मानवाधिकारों की सुरक्षा वित्तीय संकट को समाप्त करने में योगदान देगा।

परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक महाधर्माध्यक्ष सिलवानो तोमासी विगत सप्ताह मानवाधिकार परिषद के 13 वें सत्र में बोल रहे थे।

 
महाधर्माध्यक्ष तोमासी ने कहा कि उनका विश्वास है कि मानवाधिकारों का सम्मान कर ही वित्तीय संकट को दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा, "हालांकि यह सच है कि मन्दी दूर होने के कुछ संकेत मिल रहे हैं तथापि यह बी देखा जा रहा है कि इस संकट ने लाखों लोगों को प्राथमिक आवश्यकताओं से वंचित कर दिया है जिससे अनेक को अपनी सेवानिवृत्ति योजना से समझौता करना पडा है।"

स्थायी और वैश्विक विकास को सुनिश्चित करने के लिये नियमों की जरूरत पर बल देते हुए महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि इस समय अन्तरराष्ट्रीय समुदाय एवं विश्व की सरकारों के पास आर्थिक, नागरिक एवं राजनैतिक क्षेत्रों में मानवाधिकारों को लागू कर वित्तीय संकट के मूल कारण तक पहुँचने का अद्वितीय अवसर है जिसे खोया नहीं जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि समानता एवं न्याय को विश्व आर्थिक निकाय के प्रबन्ध प्रक्रिया का अनिवार्य मापदण्ड बनाकर ही स्थायी एवं धारणीय विकास को साकार किया जा सकता है।








All the contents on this site are copyrighted ©.