संत पापा और रोमी कार्यालय के धर्माधिकारियों की आध्यात्मिक साधना
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें और रोमी कार्यालय के धर्माधिकारी रविवार 21 फरवरी से 7 दिवसीय
आध्यात्मिक साधना कर रहे हैं। इस वर्ष की आध्यात्मिक साधना का विषय है द लेशन्स औफ गोड
एंड औफ द चर्च इन द प्रिस्टली वोकेशन। यह शीर्ष वाक्य पुरोहितो को समर्पित वर्ष को देखते
हुए चुना गया है। सलेशियन धर्मसमाजी पुरोहित फादर एनरिको दल कोवोलो इस आध्यात्मिक साधना
के उपदेशक हैं। उन्होंने सोमवार के प्रवचन में संत अगुस्टीन के उदाहरण पर प्रवचन किया।
इस दिन संत पापा और रोमी कार्यालय के धर्माधिकारियों ने पौरोहितिक बुलाहटों के लिए प्रार्थना
अर्पित किया। मंगलवार को मिशनरियों के लिए प्रार्थना की गयी तथा आर्स के पल्ली पुरोहित
संत जोन मेरी वियन्नी के जीवन पर मनन चिंतन किया गया। आध्यात्मिक साधना के तीसरे दिन
बुलाहट की बिबलिकल इतिहास- प्रलोभन, संदेह और प्रतिरोध हमारे इतिहास का भाग तथा हमेशा
पापी हैं और हमेशा क्षमा कर दिये गये हैं इन विषयों पर मनन चिंतन किया गया। बुलाहट संबंधी
बाइबिल सम्मत संदर्भों के साथ फादर कोवोलो ने जोरजेस बेरनारोस की डायरी औफ ए कंट्री प्रीस्ट
से उदाहरण प्रस्तुत किया। गुरूवार को प्रथम शिष्यों के बुलावे पर मनन चिंतन किया गया।
शुक्रवार को माता मरियम, उनकी बुलाहट और उनका महिमागान पर मनन चिंतन किया जायेगा। शनिवार
को प्रथम डीकनों के बुलावे पर मनन चिंतन करने के साथ ही सात दिवसीय आध्यात्मिक साधना
का समापन हो जायेगा।