वाटिकन सिटीः धन की दासता के परित्याग हेतु बेनेडिक्ट 16 वें का आह्वान
ब्राजील के काथलिक धर्माध्यक्षों द्वारा प्रतिवर्ष चालीसाकाल के दौरान संचालित भ्रातृत्व
अभियान के उपलक्ष्य में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने काथलिक धर्माध्यक्षों के नाम एक
विशेष सन्देश प्रेषित किया है। सन्देश में सन्त पापा ने धर्माध्यक्षों को प्रोत्साहित
किया है कि वे काथलिक धर्मानुयायियों को धन की दासता से मुक्त करायें तथा उन्हें पुनः
ईश्वर की ओर अभिमुख करें। विगत बुधवार को आरम्भ ब्राज़ील के भ्रातृत्व अभियान का
विषय हैः "अर्थव्यवस्था एवं जीवन", तथा सुसमाचार का ये कथन कि "तुम ईश्वर एवं धन दोनों
की सेवा नहीं कर सकते", इसका आदर्श वाक्य है। ब्राज़ील के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन
के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष जेराल्दो लिरियो मारियाना को भेजे सन्देश में सन्त पापा बेनेडिक्ट
16 वें ने ब्राज़ील के कलीसियाई समुदाय को अभियान का सफलता हेतु शुभकामनाएँ प्रेषित की
हैं। लोगों को धन के लालच से मुक्ति दिलाने तथा ईश्वर की ओर अभिमुख होने हेतु मदद
करने का आग्रह कर सन्त पापा ने लिखा कि ग़ुलामी एवं अन्याय की जड़ें मानव हृदय में मूलबद्ध
हैं जहाँ बुराई के साथ रहस्यमय सहअस्तित्व के रोगाणु पाये जाते हैं। उन्होंने धर्माध्यक्षों
से निवेदन किया कि वे अपने जीवन आदर्श द्वारा ईश प्रेम का साक्ष्य प्रदान करें तथा मानव
बने ईश पुत्र में मनुष्यों के विश्वास को सुदृढ़ करें क्योंकि वे ही मानव हृदय की प्यास
बुझाने सक्षम हैं। अपने सन्देश में सन्त पापा ने धन एवं सत्ता के बीच विद्यमान अन्तर-सम्बन्ध
पर विचार करने का आग्रह किया जो अन्याय एवं निर्धनता को जन्म देते तथा ईश्वर की सृष्टि
को गम्भीर क्षति पहुँचाते हैं।