येसु की तस्वीर विवाद के बाद लगा कर्फ्यू आंशिक रूप से जारी
जालंधर, 22 फरवरी, 2010 सोमवार (एशियान्यूज़) स्थानीय अधिकारियों ने पंजाब के बटाला शहर
में लगाये गये कर्फ्यू को हटाने का निर्णय किया है। 20 फरवरी को हिंदु अतिवादी और
ईसाइयों के बीच हुए झड़प के बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था। विदित हो कि यह
झड़प उस समय शुरु हुई जब एक कार्टून में ईसा मसीह को हाथ सिगरेट और मदीरा की एक गिलास
पकड़े दिखाया गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने ईश-निन्दक तस्वीर की कड़ी निन्दा की
और कहा साम्प्रदायिक भावनाओं को उभाड़ने वालों के साथ सरकार सख्ती से पेश आयेगी। जालंधर
के धर्माध्यक्ष अनिल कोउतो ने लोगों से आग्रह किया कि वे शांति और भ्रातृत्व की भावना
बनाये रखें। विदित हो कि दिल्ली में प्रकाशित इस कार्टून पर पंजाब के गुरदासपुर जिले
के ईसाइयों ने विरोध किया था। ईसाइयों का एक दल सड़को में उतर आया और विभिन्न दूकानों
को बंद कराने लगा। इसकी प्रतिक्रिया में हिंदु कट्टरपंथियों - बजरंगदल, विश्व हिंदु
परिषद और शिव सेवा ने ईसाइयों पर आक्रमण किया एक गिरजाघर - मुखी फौज़ को जला दिया और
10 ईसाइयों को घायल कर दिया। इसके बाद अधिकारियों ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया था।
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा है कि वे इस घटना की कढ़ी भर्त्षणा करते
हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिस को स्पष्ट निर्देश दे दिये है कि ऐसे दंगेबाज़ों
के साथ सख्ती से पेश आयें और इस तरह घटनाओं की पुनरावृत्ति से शहर को बचायें। धर्माध्यक्ष
अनिल ने विश्वासियों से अपील की है कि वे सुसमाचार की शिक्षा का पालन करें और लोगों को
क्षमा करें और शांति के लिये कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ईसाई अपने धर्म
पर गर्व करे पर इस बात को कदापि न भूले के ईसा मसीह की अंतिम इच्छा थी कि वे शांति और
प्रेम का प्रचार करें। ज्ञात हो कई हिंदु संगठनों ने भी सिगरेट और शराब के ग्लास के
साथ बनाये गये कार्टून की कड़ी निन्दा की है।