राजनीति उत्प्रेरित हत्याओं के कारण मोसुल के ख्रीस्तीय पलायन करने को विवश
इराक के मोसुल में अनेक ख्रीस्तीयों की हत्या को देखते हुए मोसुल के धर्माध्यक्ष ने अत्याचार
की खबरों को मीडिया द्वारा और अधिक कवरेज देने का आग्रह करते हुए कहा कि ये हत्याएँ विश्वासियों
को मोसुल छोड़ने के लिए विवश करने की कोशिशों का अंग हैं। मोसुल के महाधर्माध्यक्ष अमिल
सम्मौन नोना ने गुरूवार को मोसुल से काथलिक चारिटी एड टू द चर्च इन नीड से बात करते हुए
कहा कि उत्तरी ईराकी शहर में अचानक बढ़ गयी हत्याओं की घटनाओं ने अनेक ख्रीस्तीयों को
पलायन करने के लिए विवश किया है। इन खतरों ने स्थानीय कलीसिया के अस्तित्व पर ही सवाल
खड़ा कर दिया है जिसकी उत्पत्ति अति प्राचीन बिबलिकल समय से है। उन्होंने मोसुल में हाल
में हुई चार ईसाईयों की हत्या को राजनीति उत्प्रेरित अभियान का हिस्सा बताया और कहा कि
हमलों का लक्ष्य ईसाई ही थे। उन्होंने कहा कि यदि ख्रीस्तीय पलायन करते हैं तो कुछ समूहों
को राजनैतिक लाभ मिलेगा। महाधर्माध्यक्ष नोना ने कहा कि सन 2003 से ही ख्रीस्तीयों की
आबादी बहुत तेजी से घट रही है। कलीसियाई अधिकारियों ने मोसुल के प्रशासनाधिकारियों से
सुरक्षा की स्थिति में सुधार लाने के लिए आग्रह किया है लेकिन कहा गया है कि ख्रीस्तीयों
की सुरक्षा की गारंटी देना असंभव है। महाधर्माध्यक्ष नोना ने एसीएन से कहा कि मोसुल के
ख्रीस्तीयों की दयनीय स्थिति को और अधिक मीडिया कवरेज दिया जाना बहुत महत्वपूर्ण है,
तथा आप उनके लिए प्रार्थना करें।