संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने रोम स्थित अवेंतीनो पहाड़ी पर निर्मित संत सबीना बसिलिका
में 17 फरवरी को आयोजित समारोही ख्रीस्तयाग की अध्यक्षता की। उन्होंने चालीसाकाल आरम्भ
होने के अवसर पर धर्माध्यक्षों, याजकों और विश्वासियों के मस्तक पर राख का लेपन किया।
विश्व भर के रोमी काथलिक विश्वासियों के लिए राखबुध की धर्मविधि से त्याग, तपस्या और
प्रार्थना का चालीसाकाल आरम्भ होता है। इस वर्ष प्रभु येसु के जी उठने का समारोह पास्का
पर्व 4 अप्रैल को मनाया जायेगा। प्रवचन करते हुए संत पापा ने कहा कि मानवजाति को ऐसे
विश्व में आशा करने की जरूरत है जो और अधिक न्यायी है। उन्होंने चालीसाकाल को लोगों के
आध्यात्मिक नवीवीकरण का अवसर बताया।