रोम, 13 फरवरी, 2010 शनिवार (ज़ेनित): पादुवा के संत अंतोनी के शव के अवशेष को आम लोगों
और तीर्थयात्रियों के दर्शन के लिये सोमवार 15 फरवरी से उनकी समाधि पर निर्मित गिरजाघर
में रखा जायेगा। ज़ेनित समाचार के अनुसार सोमवार, 15 फरवरी से शनिवार, 20 फरवरी तक
संत अंतोनी के अवशेषों को शीशे के बने बक्से में प्रदर्शित किया जायेगा। विदित हो
कि 15 फरवरी सन् 1263 ई. को पहली बार संत बोनावेनतूरा के निर्देश पर उनके शव के अवशेषों
को पहली बार गिरजाघर से हटाया गया था। इसी कारण 15 फरवरी ‘जीभ का त्योहार’ के रूप में
भी जाना जाता है। यह भी बताया गया कि कि संत अंतोनी के अवशेषों को 15 फरवरी सन् 1350
ई. को अन्तिम बार स्थानान्तरित किया गया था। ज़ेनित समाचार ने जानकारी दी है कि जब
संत अंतोनी की कब्र को उन्हें दफ़नाने के 30 वर्षों के बाद खोदा गया तब पाया गया कि उनका
शव तो मिट्टी में मिल चुका था किन्तु उनकी जीभ ताज़ा थी। लोगों का विश्वास है कि
संत अंतोनी की जीभ का ताज़ा होना इस बात का संकेत है कि उनकी जिह्वा को सुसमाचार प्रचार
करने का विशेष वरदान प्राप्त था। ज्ञात हो कि अन्तिम बार सन् 1981 ई. में संत अंतोनी
के अवशेषों को लोगों के दर्शनार्थ, उनके निधन की 750 वीं वर्षगाँठ के अवसर पर, प्रदर्शित
किया गया था।