2010-02-12 17:28:56

प्रवासियों और शरणार्थियों की मेषपालीय प्रेरिताई संबंधी 6 वाँ विश्व सम्मेलन की अंतिम रिपोर्ट प्रकाशित


प्रवासियों और शरणार्थियों की मेषपालीय प्रेरिताई संबंधी 6 वाँ विश्व सम्मेलन 9 से 12 नवम्बर 2009 को रोम में सम्पन्न हुआ था। इस सम्मेलन का शीर्षक वैश्वीकरण के युग में प्रवसन के लिए मेषपालीय प्रत्युत्तर था जिसमें विश्व के सब महाद्वीपों से लगभग 320 प्रतिभागी शामिल हुए थे। सम्मेलन के उदघाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए प्रवासियों और यायावरों संबंधी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष अंतोनियो मारिया वेलियो ने बल दिया था कि भूमंडलीकरण की प्रक्रिया से अनेक लाभ मिले हैं लेकिन इसके साथ ही अनेक लोगों के प्रवास करने की जरूरत बढ़ गयी है। यह स्थिति समसामयिक समाज के सामने बहुत प्रकार की चुनौती प्रस्तुत करती है और बढ़ते प्रवसन के कारण प्रवासियों की जरूरतों एवं समस्याओं के समाधान के लिए नये साधन और रणनीतियाँ बनाने की जरूरत है। उक्त सम्मेलन की अंतिम रिपोर्ट 12 फरवरी को प्रकाशित की गयी जिसमे प्रवसन के क्षेत्र में कलीसिया के कार्य़ों को गति प्रदान करने के लिए कुछेक सुझावों का प्रस्ताव किया गया है। वे हैं- जनसंचार और आधुनिक सम्प्रेषण के साधनों का बेहतर उपयोग करना, प्रवसन के बारे में प्रचलित नकारात्मक मीडिया कवरेज का सामना करने के लिए प्रवासियों से प्राप्त होनेवाले सकारात्मक सामाजिक योगदान को महत्व देनेवाले शैक्षणिक कार्य़क्रमों को बढ़ावा देना, संत पापा के समर्थन से प्रोत्साहन पाकर प्रवासियों और शरणार्थियों संबंधी काथलिक विश्व दिवस का प्रसार करना, प्रवासियों, शरणार्थियों और आंतरिक रूप से विस्थापित हुए लोगों के प्रति कलीसिया की चिंता को प्रदर्शित करना, दस्तावेज एरगा मिगरान्तेस कारितास क्रीस्ती के निर्देशों को लागू करना, भेदभाव, नस्लवाद और जातिवाद का सार्वजनिक रूप से संघर्ष करने के लिए अंतरराष्ट्रीय अभियानों का प्रसार करना, जातीय और सांस्कृतिक भय को दूर करनेवाली योजनाओं एवं अंतरराष्ट्रीय साक्षात्कारों को प्रोत्साहन देना, प्रवासियों को वकील उपलब्ध कराना जो उनकी सांस्कृतिक पहचान के हों तथा जो आश्रयदाता देश के कानून, संस्कृति और परम्परा के प्रति सम्मान का ठोस चिह्न हैं ।








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