ईसाई बालिका के बचाव पक्ष में आनेवाले को ज़िन्दा जलाने की धमकी
इस्लामाबाद 8 फरवरी, 2010 सोमवार (एशियान्यूज़)। लाहौर स्थित बार असोसिएशन की इस धमकी
के बाद कि 12 वर्षीय ईसाई बालिका शज़िया बशीर के बचाव में सामने आने वाले वकील को ‘ज़िन्दा
जला दिया जायेगा’ ईसाई या मुसलिम वकील इस प्रकरण पर वकालात से इंकार कर रहे हैं।
एशियान्यूज
के अनुसार लाहौर स्थित बार असोसिएशन वकीलों का एक शक्तिशाली संगठन है। इस पर प्रतिक्रिया
व्यक्त करते हुए ईसाई संगठनों ने इस घोषणा को नया आतंकवाद कहा है।
ज्ञात हो कि
23 जनवरी को लाहौर के एक धनी और शक्तिशाली वकील के घर की नौकरानी 12 वर्षीय शाज़िया की
मृत्यु हो गयी थी। मकान मालिक वकील चौधरी मोहम्मद नयीम पर बालिका को प्रताड़नायें देने
और यौन शोषण करने का भी आरोप है।
स्मरण रहे कि वकील नयीम लाहौर बार असोसिएशन
के पूर्व अध्यक्ष हैं। 12 वर्षीय बालिका शाज़िया उसके पास पिछले 6 महीने से घरेलु कामगार
के रूप में कार्य करती थी।
एशियान्यूज़ के अनुसार क्लास सीएलएएएस नामक एक कानूनी
सलाह संगठन ने अदालत में प्रवेश का प्रयास किया था किन्तु मुसलमान वकीलों ने उनके प्रयासों
पर पानी फेर दिया।
कानूनी सलाह संगठन के निदेशक जोसेफ फ्रांसिस ने राजनीतिज्ञों
एवं धर्मगुरुओं से आग्रह किया है कि वे इसका विरोध करें और इस घटना की निन्दा करें।
उन्होंने
कहा कि कानून के रक्षक ही भक्षक बन गये हैं जिसकी कड़ी भर्त्सना की जानी चाहिये। पाकिस्तान
समाचार पत्र "द न्यूज़" ने बताया कि जब अभियुक्त को चार फरवरी के दिन न्यायालय में कड़ी
सुरक्षा के बीच लाया गया था तो किसी भी पत्रकार को वहाँ तक पहुँचने की अनुमति नहीं दी
गयी।
उधर शाज़िया के परिवार वालों को भी तीन बार अदालत के अंदर जाने से रोक दिया
गया।
इस बीच, इस काँड की तहकीकात के लिये बनी समिति के अध्यक्ष अशगर अली ने बताया
कि अभियुक्त के हिरासत में रहने की अवधि 6 दिनों तक बढ़ाने की माँग की गयी है पर अदालत
ने उसे चार दिन कर दिया है।
इसके साथ उन हथियारों को अभी तक बरामद नहीं किया
गया है जिससे बालिका को प्रताडित कर उसकी हत्या की गयी थी।