रोमः ख्रीस्तीय धर्म के प्रति बढ़ती विमुखता पर सन्त पापा ने चिन्ता जताई
रोम के सन्त पौल महागिरजाघर में सोमवार को ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक प्रार्थना सप्ताह के
समापन समारोह में प्रवचन करते हुए सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने, विश्व के विभिन्न क्षेत्रों
में, ख्रीस्तीय धर्म के प्रति बढ़ती विमुखता पर चिन्ता व्यक्त की। प्रवचन में सन्त
पापा ने किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र का ज़िक्र नहीं किया किन्तु अनेक बार मध्यपूर्व
के मुसलमान बहुल देशों में अल्पसंख्यक ख्रीस्तीयों के विरुद्ध भेदभाव पर उन्होंने चिन्ता
व्यक्त की है। विश्व में ख्रीस्तीय धर्म के प्रति नित्य बढ़ते विद्वेष एवं विमुखता
तथा शत्रुतापूर्ण व्यवहार के बावजूद सन्त पापा ने ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों से आग्रह
किया कि वे नवीन उत्साह के साथ सुसमाचार के सन्देश की उदघोषणा करें। उन्होंने कहा, "धर्म
के प्रति उदासीनता तथा ख्रीस्तीय धर्म के प्रति बढ़ते विद्वेष के बावजूद सुसमाचार उदघोषणा
हेतु नवीन एवं तीव्र गतिविधि की आवश्यकता है। ख्रीस्तीयों से उन्होंने अनुरोध किया
कि वे सम्वाद द्वारा अपने बीच विद्यमान मतभेदों को दूर करें ताकि गर्भपात, सुखमृत्यु
तथा विज्ञान एवं तकनीकी की सीमाओं जैसे नैतिकता सम्बन्धी विषयों पर अपना प्रभाव डालने
हेतु एकजुट प्रयास कर सकें।