नई दिल्लीः खाद्य पदार्थों के दामों में वृद्धि एवं आन्तरिक सुरक्षा भारत की प्रमुख चुनौतियाँ,
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल
60वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या, 25 जनवरी को, राष्ट्र के नाम अपना सन्देश जारी करते
हुए राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने कहा कि इस समय भारत के समक्ष प्रस्तुत प्रमुख
चुनौतियाँ खाद्य पदार्थों की नित्य बढ़ती क़ीमत एवं आन्तरिक सुरक्षा है।
उन्होंने
कहा कि सर्वत्र खाद्यान्न की मांग बढ़ रही है तथा देश में खाद्य पदार्थों की नित्य बढ़ती
क़ीमत चिन्ता का कारण बन रही है। उन्होंने कहा कि इस गम्भीर स्थिति से निपटने के लिये
कृषि उत्पादकता बढ़ाने पर ध्यान देना होगा। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु राष्ट्रपति महोदया
ने दूसरी हरित क्रांति का आह्वान किया। इसके लिए नई तकनीकियों, परिष्कृत बीजों, विकसित
कृषि तरीकों, प्रभावी जल प्रबंधन तथा और अधिक मजबूत संरचनाओं की आवश्यकता पर उन्होंने
बल दिया जो किसानों को वैज्ञानिक समुदाय, ऋण देने वाली संस्थाओं व बाजार से जोड़ सकें।
राष्ट्रपति ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि भारत भौगोलिक रूप से सातवां
व जनसंख्या की दृष्टि से दूसरा विश्व का सबसे बड़ा देश है किन्तु उसके मौजूदा बुनियादी
ढांचे अपर्याप्त हैं। इसके लिये उन्होंने पुलों, सड़कों, बंदरगाहों व बिजली उत्पादन क्षमता,
परिवहन सुविधाओं आदि के व्यापक विकास हेतु ठोस कदम उठाये जाने पर बल दिया।
देश
के विकास के लिये आन्तरिक सुरक्षा को मज़बूत करना उन्होंने अनिवार्य बताया और कहा कि
सरकार आतंकवाद के खतरों से निपटने के लिए जरूरी सुरक्षा उपाय कर रही है तथा अंतरराष्ट्रीय
समुदाय के साथ भी सहयोग कर रही है।