न्याय और शांति संबंधी परमधर्मपीठीय समिति में प्रथम महिला आप्त सचिव की नियुक्ति
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने लोकधर्मी महिला फलामिनिया जियोवानेल्ली को न्याय और शांति
संबंधी परमधर्मपीठीय समिति का आप्त सचिव नियुक्त किया है। वे विगत 20 वर्षों में परमधर्मपीठीय
समितियों में आप्त सचिव के पद पर काम करनेवाली प्रथम महिला होंगी। फ्लोरिडा में वेनिस
के धर्माध्यक्ष बनाये गये धर्माध्यक्ष फ्रैंक जे दिवाने ने इस पद पर सन 2006 तक काम किया
था और उनके जाने के बाद से यह पद रिक्त था। रोम निवासी 61 वर्षीय जियोवानेल्ली राजनीति
विज्ञानी हैं जो न्याय और शांति संबंधी परमधर्मपीठीय समिति में सन 1974 से ही काम कर
रही हैं। समिति के अधिकारी के रूप में जियोवानेल्ली काथलिक कलीसिया की सामाजिक शिक्षा
के संदर्भ में विकास, निर्धनता और श्रम संबंधी मामलों का उत्तरदायित्व संभालती रही हैं।
परमधर्मपीठीय समिति में आप्त सचिव के पद पर काम करनेवाली प्रथम महिला आस्ट्रेलिया की
रोसमेरी गोल्डी थीं जिन्होंने लोकधर्मियों संबंधी परमधर्मपीठ समिति में 1966 से 76 तक
आप्त सचिव के पद पर काम किया था। न्याय और शांति संबंधी परमधर्मपीठीय समिति द्वारा
हस्ताक्षरित 21 जनवरी को प्रकाशित विज्ञप्ति में बताया गया कि फ्लामिनिया जियोवानेल्ली
की नियुक्ति महिलाओ पर कलीसिया और संत पापा के गहन भरोसे की पुष्टि करता है। अपने समय
में संत पापा जोन पौल द्वितीय ने समाज के विकास में महिलाओं की पूर्ण और अर्थपूर्ण भागीदारी
को सुनिश्चित करने की जरूरत को रेखांकित किया था।