रोमः परमधर्मपीठीय मिशनरी समाज द्वारा हैयटी में क्षति का जायज़ा
रोम स्थित परमधर्मपीठीय मिशनरी धर्मसमाज पीमे की समाचार संस्था फीदेस ने हैयटी में कार्यरत
विभिन्न मिशनरी दलों से प्राप्त समाचारों के आधार पर, विगत सप्ताह के भूकम्प में हुई
जान माल की हानि पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की।
रिपोर्ट में काथलिक मिशनरियों
एवं काथलिक मिशन केन्द्रों को हुई क्षति का जायज़ा लिया गया।
सन् 2004 में किये
सर्वेक्षण के अनुसार राजधानी पोर्ट-ओ-प्रिंस की कुल जनसंख्या में 74 प्रतिशत यानि 25
लाख व्यक्ति काथलिक धर्मानुयायी थे। यहाँ 277 काथलिक पुरोहित, 387 धर्मबन्धु तथा 1,200
धर्मबहनें थीं।
रिपोर्ट के अनुसार मोन्टफोर्ट मिशनरी धर्मसमाज के नौ गुरुकुल
छात्र एवं एक पुरोहित भूकम्प में मारे गये। प्रज्ञा की पुत्रियाँ नामक धर्मसंघ की तीन
धर्मबहनें भी मारी गई तथा तीन अभी भी मलबे के नीचे दबी हैं।
पवित्रआत्मा को समर्पित
धर्मसमाज के एक गुरुकुल छात्र की भी भूकम्प में मौत हो गई।
रिडेम्पट्रिस्ट पुरोहित
धर्मसमाज के, यद्यपि, सब सदस्य सुरक्षित हैं तथापि उनकी सम्पत्ति को बीस लाख अमरीकी डॉलर
का नुकसान हुआ है।
अन्य धर्मसमाजों एवं धर्मसंघों से अभी तक किसी के हताहत होने
की पुष्टि नहीं हुई है किन्तु बहुत से मिशनरी घायल हो गये हैं। इसके अतिरिक्त, बताया
गया कि सभी काथलिक मठ, आश्रम, अस्पताल एवं स्कूल भवनों को भारी क्षति पहुँची है। बचे
हुए भवनों में भूकम्प पीड़ितों को चिकित्सा, भोजन एवं शरण प्रदान की जा रही है।