महाधर्माध्यक्ष जोसेफ सेरजे मियोत भी भूकम्प के शिकार
पोर्त अव प्रिंस 14 जनवरी, 2010 (ज़ेनित) संत पापा ने लोगों से अपील की है कि वे हैती
में आये भीषण भूकम्प से तबाह लोगों की मदद के लिये सामने आयें। मंगलवार की शाम को आये
भयंकर भूकम्प में हैती के महाधर्माध्यक्ष जोसेफ सेरजे मियोत की भी मृत्यु हो गयी है।
महाधर्माध्यक्ष की मृत्यु का समाचार देते हुए फादर अन्द्रे सियोहान ने मिसना
समाचार सूत्रों को बताया कि जब वे भूकम्प के बाद बिशप हाउस गये तो उन्होंने 61 महाधर्माध्यक्ष
जोसेफ को ध्वस्त मलबे के नीचे दबा हुआ पाया और उसकी मृत्यु हो चुकी थी।
अपने
ईमेल समाचार में उन्होंने बताया कि भूकम्प अति विनाशक था। उन्होंने यह भी बताया कि विकर
जेनरल सेगवीरन्नो के बारे में भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।
उधर एक दूसरे मिशनरी
फादर पियेरे ले बेलेर ने बताया कि उनका निवास स्थान पूरी तरह ध्वस्त हो गया है और वे
अपने बागान में रह रहे हैं।
उन्होंने बताया कि उनके समुदाय के कुछ सदस्य के बारे
में कोई जानकारी नहीं हैं। मृतकों और घायलों की संख्या इतनी है की सीमित साधनों से सहायता
पहुँचा पाना अति असंभव है। फादर ने आगे कहा कि बच्चों के लिये वनाया गया होस्टेल भी पूरी
तरह से बरबाद हो गया है।
संत पापा ने लोगों से अपील की है कि वे भूकम्प पीड़ित
लोगों के लिये प्रार्थना करें ताकि इस दुःख और शोक के समय में ईश्वर उनका दिलासा और सहारा
बने।
संत पापा ने इस बात को दोहराया कि काथलिक कलीसिया हैती के भूकम्प पीड़ितों
को हरसंभव अपनी सहायता प्रदान करेगी।
बताया जाता है कि रिचेर स्केल पर भूकम्प
की तीव्रता 7 थी और इसके बाद और 12 झटके लगे जिनकी तीव्रता 5 से 5.9 तक थे। सन् 1770
के बाद का यह सबसे भयंकर भूकम्प