संत पापा को सुरक्षा शत्-प्रतिशत् दे पाना आसान नहीं
वाटिकन सिटी, 28 दिसंबर, 2009 (एपी)। वाटिकन प्रवक्ता फादर फेदिरिको लोमबार्दी ने संत
पापा की सुरक्षा की लोगों की चिंता पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि साधारणतः
संत पापा के लिये सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम होते हैं पर शत्-प्रतिशत् सुरक्षा दे पाना
असंभव-सा हो जाता है क्योंकि वे साधारणतः अनेक लोगों से घिरे होते हैं।
ज्ञात
हो 24 दिसंबर की रात की घटना पर कई लोगों ने संत पापा की सुरक्षा के बारे में चिन्ता
जतायी थी।
उन्होंने आगे कहा कि संत पापा का कार्यक्रम लोगों के साथ ही सम्पन्न
होता है विशेष कर के रविवारीय देवदूत प्रार्थना, बुधवारीय आमदर्शन और धार्मिक पूजन समारोह
आदि।
विदित हो 25 वर्षीया सुसन्ना मइयोल्लो नामक स्वीस-इताली महिला ने सुरक्षा
घेरा को छलांग लगाते हुए संत पापा के वस्त्र को खींच दिया था जिससे पोप गिर पड़े थे।
यह
भी विदित हो कि यह वही महिला है जिसने सन् 2008 में भी संत पापा के पास पहुँचने का प्रयास
किया था और उस दिन भी अपने वही लाल वस्त्र पहने थे।
असोशयेटेड प्रेस ने बताया
कि पर्व की रात की घटना में 87 वर्षीय घायल फ्रांसीसी कार्डिनल रोज़र एचेगराय रोम के
जेमिली अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं।
स्थानीयइताली समाचार पत्रों के
अनुसार सुसन्ना को सुबियाको नामक मनोवैज्ञानिक चिकित्सा क्लिनिक में रखा गया है।
वाटिकन
ट्रिबुनल के अध्यक्ष जियुसेप्पे दल्ला तोर्रे ने बताया कि बड़े दिन की रात्रि की घटना
की जाँच चल रही है। दल्ला तोर्रे ने यह भी बताया कि मइयोलो किसी प्रकार के हथियार से
लैस नहीं थी।