लिमेरिक के धर्माध्यक्ष दोनाल मुरेय का इस्तीफा मंजूर
वाटिकन सिटी, 18 दिसंबर, 2009। संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने लिमेरिक के धर्माध्यक्ष
दोनाल मुरेय का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
ज्ञात हो कि एक आधिकारिक रिपोर्ट
में उन्हें यौन दुराचार के मामले में सीधा आरोप लगाया गया था। वाटिकन समाचार सूत्रों
के अनुसार संत पापा ने धर्माध्यक्ष दोनाल का इस्तीफा कैनन लॉ के 401वें धारा अऩुसार स्वीकार
कर लिया है।
इसमें कहा गया है कि एक धर्माध्यक्ष उस समय इस्तीफा दे सकता है जब
उस पर इस बात का गंभीर आरोप हो कि वह धर्मप्रांत की देखरेख नहीं कर सकता है।
यह
भी विदित हो कि 69 वर्षीय धर्माध्यक्ष के उपर उस समय इस्तीफा का दबाव आ गया था जब डुबलिन
महाधर्मप्रांत के बारे में 26 नवम्बर को मर्फी रिपोर्ट प्रकाशित की गयी। धर्माध्य़क्ष
ने कहा कि उन्होंने जानबूझ कर किसी को बचाने या छिपाने का प्रयास नहीं किया।
अपने
इस्तीफे को पोप द्वारा स्वीकार किये जाने के बारे में धर्माध्यक्ष मुरेय ने 17 दिसंबर
को लिमेरिक के संत जोन महागिरजाघर में लोगों को जानकारी दी।
ज्ञात हो कि धर्माध्यक्ष
मुरेय ने अपने इस्तीफा दिये जाने के बारे में अपने सहयोगियों को 1 दिसंबर को जानकारी
दी थी।
7 दिसंबर को धर्माध्यक्षों के लिये बनी परमधर्मपीठीय समिति के प्रीफेक्ट
कार्डिनल जियोवनी बातिस्ता रे इसे 12 दिसंबर को संत पापा के समक्ष प्रस्तुत किया और
इसके बाद संत पापा ने इसे स्वीकार कर लिया।
संत पापा ने यह भी कहा कि वे आयरलैंड
के यौन दुराचार से पीड़ित लोगों की दुःख और व्यथा को करीब से समझते हैं और उनके लिये
ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं।