ईराक, किरकूकः मोसूल में ख्रीस्तीयों का जाति-सफाया जारी
ईराक में किरकूक महाधर्मप्रान्त के महाधर्माध्यक्ष लूईस साको ने एशिया समाचार से हाल
की बातचीत में बताया कि मोसुल से ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों को भगाने के पूरे प्रयास किये
जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार, 15 दिसम्बर को ही अल मोहान्दीसीन के काथलिक गिरजाघर
के निकट एक कार बम विस्फोट हुआ जिससे गिरजाघर को भारी क्षति पहुँची। हमलावरों ने गिरजाघर
के निकट स्थित काथलिक स्कूल पर भी हथगोले फेंके जिसमें एक आठ वर्षीय बच्ची की जान चली
गई तथा 40 व्यक्ति घायल हो गये। 15 दिसम्बर को ही मोसुल स्थित सिरो काथलिक गिरजाघर पर
भी हमला किया गया।
महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि मोसुल में ख्रीस्तीयों पर हमले
आम बात हो गई है जिसके कारण अनेक ख्रीस्तीय धर्मानुयायी मोसुल से पलायन के लिये बाध्य
हुए हैं। उन्होंने बताया कि आतंक के कारण मोसुल में सेवारत अनेक धर्मबहनों ने भी अपने
मठों को बन्द कर दिया है। महाधर्माध्यक्ष साको ने कहा कि क्रमबद्ध ढंग से ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों
पर आक्रमण किये जा रहे हैं ताकि वे मोसुल छोड़कर अन्यत्र जाने के लिये बाध्य होवें। उन्होंने
बताया कि अनेक ख्रीस्तीय कुर्दीस्तान चले गये हैं किन्तु वहाँ न तो उनके पास नौकरी है
और न ही रहने का कोई ठिकाना।
महाधर्माध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अधिकारियों को
केवल सात मार्च 2010 के आम चुनावों तथा तेल व्यापार की चिन्ता है तथा ख्रीस्तीयों की
सुरक्षा की उन्हें कोई चिन्ता नहीं है।