बाँगला देश ने कोपनहेगने से 20 प्रतिशत राशि की माँग करे
ढाका, 14 दिसंबर, 2009 (उकान) । बाँगला देश के कुछ ईसाई जलवायु विशेषज्ञों ने कहा कि
सरकार ने जलवायु परिवर्तन के लिये जो 15 प्रतिशत की राशि की माँग की गयी है वह काफी नहीं
है। कारितास बाँगलादेश के निदेशक बेनदिक्त कलो दिरोजारियो ने कहा कि बाँगला देश
के लोग न केवल समुद्री तूफान के शिकार होते हैं वरन् कई बार नदियों में आये बाढ़ के कारण
भी शरणार्थी बन जाते हैं । ज्ञात हो कि कोपेनहेगेन में चल रहे जलवायु परिवर्तन शिखर
सम्मेलन में प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सिर्फ़ 15 प्रतिशत राशि की मांग की है। उनका
मानना है कि कम-से-कम 20 प्रतिशत राशि की माँग की जानी चाहिये। उन्होंने बताया कि पिछले
सात महीने से पूरे बाँगला देश एइला के चपेट में आ गया था जिससे लोग बेघर-बार हो गये थे।
इस विषय पर बोलते हुए थोमस कोस्तता ने कहा कि देश की सरकार को चाहिये कि अपनी माँग
की प्रतिशत को बड़ाये।