वाटिकन सिटी, 12 दिसंबर, 2009 (ज़ेनित)। संत पापा ने कहा है कि आयरलैंड में हुए पुरोहितों
द्वारा किये अपमानजनक कार्यों की रिपोर्ट से वे बुहत दुःखी हैं।
उन्होंने कहा
कि वे आयरलैंड वासियों के द्वारा अनुभव किये जा रहे पीड़ा, क्रोध और लज्जा़ की भावना
को करीब से समझते हैं।
ज्ञात हो कि आइरिस धर्माध्यक्षीय समिति के अध्य़क्ष महाधर्माध्यक्ष
कार्डिनल शीन ब्राडी और डुबलिन के महाधर्माध्यक्ष दियारमुईद मार्टिन से संत पापा से मुलाक़ात
की और मर्फी कमीशन की रिपोर्ट पर विचार-विमर्श किया था।
ज्ञात हो कि मर्फी कमीशन
की रिपोर्ट में डुबलिन महाधर्माप्रांत में सन् 1975 और सन् 2004 के बीच हुए पुरोहितों
के द्वारा किये गये निन्दित कार्यों का विवरण है। वाटिकन सूत्रों ने बताया कि संत पापा
ने रिपोर्ट को ध्यान से सुना और बहुत व्यथित हुए।
उन्होंने उन पुरोहितों की ओर
से जिन्होंने ईश्वर के प्रति अपने समर्पण के साथ विश्वासघात किया, गहरा अफसोस और खेद
व्यक्त किया है।
संत पापा ने कहा कि वे उन सभी पी़डितों की व्यथा को समझते हैं
और उनके साथ प्रार्थनामय सहानुभूति दिखाते हैं।
संत पापा ने इस अवसर पूरे विश्व
के काथलिकों से आग्रह किया है कि वे आयरलैंड के पीड़ित लोगों के लिये प्रार्थना करें।
उन्होंने कहा कि कलीसिया उन सारे रिपोर्टों का बारीकी से अध्ययन करेगी और ऐसी
कार्य-योजना बनाएगी की इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। संत पापा ने यह
बताया कि वे ज़ल्द ही आयरलैंड की कलीसिया के लिये वे एक पत्र लिखेंगे जिसमें इस बात का
मार्गदर्शन किया जायेगा वहाँ की कलीसिया इस अपमानपूर्ण परिस्थिति से निकलने के लिये क्या
कदम उठाएगी।
उधर आयरलैंड के धर्माध्यक्षों ने कहा है कि वे पीड़ित परिवारों के
उन सदस्यों को जो जीवित हैं, आर्थिक मदद देने की योजना बनायी है।