रोमः "ईश्वर के बिना मानव जाति अपना विनाश कर सकती है", सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें
रोम में गुरुवार, दस दिसम्बर को, इताली काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की संस्कृति सम्बन्धी
समिति द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में आरम्भ हुआ जिसे प्रेषित एक सन्देश में सन्त पापा
बेनेडिक्ट 16 वें ने यह चिन्ता व्यक्त की है कि ईश्वर के बिना मानवजाति स्वतः का विनाश
कर लेगी।
"ईश्वर आज, ईश्वर के साथ या ईश्वर के बिना, जिससे सब कुछ बदल जाता
है", सम्मेलन का शीर्षक है। इस दो दिवसीय सम्मेलन में इटली के अनेक लेखक, विश्वविद्यालयीन
प्राध्यापक एवं बुद्धीजीवी मानव जीवन में ईश्वर की उपस्थिति पर विचार विमर्श कर रहे हैं।
इताली काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल आन्जलो बान्यास्को को
प्रेषित सन्देश में सन्त पापा ने लिखा, "हमारे युग में, ईश्वर का प्रश्न एक केन्द्रभूत
प्रश्न है, जिसमें मनुष्य एक, क्षैतिज आयाम तक शेष रह जाता तथा पारलौकिक को अप्रासंगिक
मान बैठता है। वस्तुतः जब ईश्वर मानव क्षितिज से गायब हो जाते हैं तब मानव जाति अपनी
दिशा खो बैठती है तथा विनाश की ओर अग्रसर हो सकती है।"
सन्त पापा ने आशा व्यक्त
की कि उक्त सम्मेलन कलीसिया एंव ख्रीस्तानुयायियों को, विश्व में ईश्वर की उपस्थिति को
साकार करने हेतु प्रेरणाका स्रोत सिद्ध होगा।