2009-12-10 12:51:31

भारतः महिला धर्मसंघियों में भारत की धर्मबहनें सबसे आगे


एशिया, अफ्रीका, यूरोप, अमरीका एवं ओशियाना पर काथलिक संस्कृति नामक वेब साइट द्वारा प्रकाशिक आँकड़ों के अनुसार बुलाहटों में संख्या के आधार पर विश्व में भारत की धर्मबहनें सबसे आगे हैं।

प्रकाशित आँकड़ों के विश्लेषक जेफ मायरस के अनुसार सन् 2000 के बाद से एशिया तथा अफ्रीका में धर्मबहनें की संख्या में अधिकाधिक वृद्धि देखी गई।

एशिया की तरफ दृष्टि डालें तो भारत में सन् 2002 से सन् 2007 के बीच धर्मबहनों की संख्या में 9,398 की वृद्धि हुई, वियतनाम में यह संख्या 2,454 रही जबकि कोरिया तथा फिलिपिन्स में लगभग 500 रही।

केरल स्थित तीन धर्मसंघों एवं मदर तेरेसा द्वारा स्थापित उदारता के मिशनरी धर्मसंघ में सम्पूर्ण विश्व में बुलाहटों की वृद्धि देखी गई।

अफ्रीका में भी इन वर्षों के दौरान बुलाहटों में वृद्धि देखी गई। तानज़ानिया एवं कॉन्गो में यह संख्या 1,500 रही जबकि नाईजिरिया, मडागास्कर, केनिया तथा अँगोला में 500 से 800 धर्मबहनों की वृद्धि हुई।

मध्यपूर्व एवं करीबियाई देशों में भी धर्मबहनों की संख्या बढ़ी। आँकड़ों के अनुसार सन् 2000 के बाद से विश्व के 99 देशों में धर्मबहनों की संख्या में वृद्धि हुई है।










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