2009-12-09 13:32:38

नन बलात्कार काण्ड का अभियुक्त कैथोलिक स्कूल का पूर्व छात्र


भुवनेश्वर, 9 दिसंबर, 2009। कंधमाल में ईसाई विरोधी हिंसा के दौरान एक कैथोलिक नन के साथ बलात्कार के सिलसिले में कैथोलिक स्कूल के पूर्व छात्र गुरुमार पात्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
कंधमाल जिले के विजय हाई स्कूल, रायकिया के प्रधानाध्यापक फादर मैथ्यू पुथयादम इस बात से चकित हैं कि पुरोहितों और ननों से सम्मानपूर्वक मिलनेवाला पात्रा कैसे इतना बदल गया।
ज्ञात हो कि पुलिस ने पात्रा को 7 दिसंबर को अदालत में पेश किया वकील राज किशोर ने पात्रा को कंधमाल में फैली हिंसा का ' रिंग लीडर ' बताया।
किशोर ने बताया कि कंधमाल के बलीगुडा में 24 अगस्त सन् 2008 को ईसाइयों के विरुद्ध जो हिंसा हुई थी और मीना नामक एक नन के साथ बर्बरतापूर्वक खुले आम बलात्कार हुआ था उसका अभियुक्त गुरुमार पात्रा ही है।
यह भी विदित हो की पात्रा हिंदुवादी भारतीय जनता पार्टी का क्षेत्रीय महासचिव है
फादर पुथ्यादम ने बताया कि वर्षों पहले गुरुमार पात्रा की माँ यह कह गिड़गिड़ाते हुए गुरुमार को स्कूल में भर्ती कराया था कि उसके पिता की मृत्यु हो गयी है और वह आर्थिक तंगी से गुज़र रही है।
फादर मैथ्यु ने पात्रा के रहने के लिये बिशप तोबार होस्टेल में प्रबन्ध कर दिया था और उसकी पढ़ाई के लिये में रुपयों का इन्तजा़म कर दिया था।
ज्ञात हो कि अभी फादर मैथ्यु पुथ्यादम कंधमाल जिले के ही फूलबनी के पल्ली पुरोहित हैं।
फादर अजय सिंह ने कहा गुरुमार पात्रा के गिरफ्तार होने से ईसाइयों को ऩ्याय मिला है और ईसाई समुदाय ने थोड़ी राहत की साँस ली है।
गुरुपात्र ने हिंसा की अगवाई की थी और कई गिरजाघरों को ढह दिया था और उन लोगों को धमकियाँ दे रहा था जो गवाह देने के लिये राजी हो रहे थे।
ज्ञात हो कि नन बलात्कार काँड में पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया है औऱ 11 लोग अभी भी फरार हैं।
ज्ञात हो कि पिछले साल 23 अगस्त सन् 2008 को एक हिंदु स्वामी लक्ष्मानन्दा सरस्वती की हत्या के बाद ईसाई-विरोधी हिंसा भड़की थी जिसमें करीब 90 लोगों की जानें गयीं थी और 50 हज़ार लोंगों को जंगलों की शरण लेनी पड़ी थी।
यह भी विदित हो कि माओवादियों ने खुलकर स्वामी सरस्वती की जि़म्मेदारी ले ली थी पर कट्टरवादी हिंदुओं ने इसके लिये ईसाइयों को निशाना बनाया था।










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