वाटिकन सिटीः वाटिकन एवं रूस ने सम्बन्धों को मज़बूत किया
वाटिकन एवं रूस अपने कूटनैतिक सम्बन्धों को उन्नत करने पर सहमत हो गये हैं। वाटिकन ने
एक विज्ञप्ति प्रकाशित कर बताया कि गुरुवार को सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें तथा रूसी राष्ट्रपति
दिमीत्री मेदवेदेव के बीच वाटिकन में लगभग आधे घण्टे की मुलाकात हुई।
विज्ञप्ति
में कहा गया कि इस सौहार्द्रपूर्ण मुलाकात के दौरान परमधर्मपीठ एवं रूसी संघ के बीच पूर्ण
कूटनैतिक सम्बधों की स्थापना पर सहमति व्यक्त की गई। इसके तहत रूस वाटिकन में अपना प्रतिनिधित्व,
एक विशिष्ट मिशन से, राजदूतावास स्तर तक उन्नत करेगा और इसी प्रकार वाटिकन रूस में प्रेरितिक
राजदूतावास स्तर पर अपने प्रतिनिधित्व को मज़बूत करेगा।
ग़ौरतलब है कि सन् 1990
से अब तक परमधर्मपीठ एवं रूस के बीच सम्बन्ध प्रतिनिधि स्तर तक ही सीमित थे।
वाटिकन
की विज्ञप्ति में यह भी कहा गया कि सन्त पापा एवं मेदवेदेव ने मुलाकात के दौरान विश्व
में सुरक्षा और शान्ति तथा अन्तरराष्ट्रीय आर्थिक एवं राजनैतिक स्थिति पर बातचीत की।
इसके अतिरिक्त, पारस्परिक रुचि सम्बन्धी मुद्दों जैसे परिवार के महत्व तथा रूस के जीवन
में ख्रीस्तीय विश्वासियों के योगदान पर चर्चा हुई।
यह भी बताया गया कि सन्त
पापा ने इस अवसर पर राष्ट्रपति मेदवेदेव को "कारितास इन वेरितास" शीर्षक से प्रकाशित
कलीसिया का विश्व पत्र भेंट स्वरूप अर्पित किया।
रूसी राष्ट्रपति मेदवेदेव की
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के साथ यह पहली औपचारिक मुलाकात थी। इससे पूर्व सन् 2007
में रूस के पूर्व राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन बेनेडिक्ट 16 वें से मिल चुके हैं। पुतिन
ने सन् 2000 तथा 2003 में स्व. सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय से भी मुलाकात की थी।