2009-12-03 14:01:00

कोपेनहेगन जलवायु सम्मेलन का फैसला सिर्फ राजनीतिक फैसला न हो


त्रिनिदाद, स्पेन 3 दिसंबर, 2009। कोपेनहेगन जलवायु सम्मेलन में कार्बन उत्सर्जन की कटौती के सिलसिले में आपसी सहमति के साथ क़ानूनी तौर पर बाध्यकारी फ़ैसला होना चाहिए।
उक्त बातें कोपेनहेगन जलवायु सम्मेलन के लिए भारत के विशेष दूत श्याम सरन ने उस समय कहा जब वे सम्मेलन के आयामों और आशाओं पर अपने विचार दे रहे थे।
उनका कहना था कि अगर सिर्फ़ राजनीतिक फ़ैसला होता है तो इसका मतलब यह होगा कि बाली कार्य योजना पर अमल नहीं हो रहा है।
हमें यदि जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का समामना करना है तो ये बात ज़ेहन में रखनी होगी कि सहयोग के बिना इस चुनौती का सामना नहीं किया जा सकता।
ज्ञात हो कि त्रिनिदाद में राष्ट्रमंडल देशों के नेताओं का सम्मेलन शुक्रवार 4 दिसंबर से शुरु हो रहा है। इस सम्मेलन में संगठन का ध्यान लगभग पूरी तरह से जलवायु परिवर्तन पर केंद्रित रहने की संभावना है।
यह सम्मेलन 53 देशों वाले राष्ट्रमंडल संगठन की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ पर हो रहा है।
भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपने अमरीका दौरे के बाद त्रिनिदाद में पोर्ट ऑफ़ स्पेन पहुँच गए हैं।
वे त्रिनिदाद में तीन दिन तक होंगे और इस दौरान फ़्रांस, ब्रिटेन और श्रीलंका के नेताओं समेत कई अन्य नेताओं से मिलेंगे।











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