वाटिकन सिटीः कारितास ने जलवायु परिवर्तन अभियान की योजना बनाई
अन्तरराष्ट्रीय काथलिक उदारता संगठन कारितास विश्व की अन्य लोकोपकारी संस्थाओं के साथ
मिलकर आगामी सप्ताह डेनमार्क के कोपेनहागेन शहर में जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र
संघ के तत्वाधान में होनेवाले शिखर सम्मेलन में 25 देशों के धर्माध्यक्षों एवं प्रतिनिधियों
को एकत्र करने की योजना बना रहा है।
आगामी सोमवार को कोपेनहागेन में उक्त सम्मेलन
आरम्भ होगा जो दो सप्ताहों तक जारी रहेगा।
पहली दिसम्बर को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति
में कारितास ने कहा कि वह अपने प्रतिनिधियों को सम्मेलन में भेजकर विश्व नेताओं से जलवायु
न्याय की मांग करेगा तथा एक नये विचार को प्रोत्साहन देगा जो निर्धनों की ज़रूरतों को
प्राथमिकता दे।
अन्तरराष्ट्रीय काथलिक उदारता संगठन कारितास मेक्सिको, ज़ाम्बिया,
दक्षिण अफ्रीका, उत्तरी अमरीका, प्रशान्त द्वीपों, मोज़ाम्बीक, केनिया एवं यूरोपीय देशों
के प्रतिनिधियों को सम्मेलन में प्रेषित कर रहा है। कारितास की महासचिव लेसली नाईट भी
कोपेनहागेन सम्मेलन में भाग लेंगी। उनका कहना है, "विश्व नेताओं को ग्रीन हाऊस गैसों
को कम करने के लिये वैधानिक तौर पर लगे प्रतिबन्धों पर सहमत होना पड़ेगा तथा जलवायु परिवर्तन
द्वारा निर्धन समुदायों पर पड़ रहे दुष्प्रभावों की क्षतिपूर्ति करनी होगी।" उन्होंने
कहा कि धरती के प्रति ज़िम्मेदारी में सबकी भागीदारी का होना आवश्यक है। उनका कहना था
कि सभी को कम उपभोक्तावादी जीवन शैली अपनानी होगी यद्यपि यह कष्टकर है तथापि कुछ न करने
से अच्छा है।
लेसली नाईट के अनुसार कोपेनहागेन को एक नवीन वैश्विक नैतिक नीति
का अंग होना चाहिये जो मानव को पुनः प्रकृति से जोड़ सके अन्यथा यह सम्मेलन असफल कहलायेगा।